मौसम

Kal Ka Mausam, 30 अगस्त 2024: आज रात और कल कैसा रहेगा मौसम का मिजाज; देखिये देशभर का मौसम का हाल

Kal Ka Mausam 30 August 2024: देश में मॉनसून का दौर पूरी तरह से जारी है। सौराष्ट्र और कच्छ पर बने गहरे दबाव ने मौसम का मिजाज बदल दिया है, जिससे कई क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।

Kal Ka Mausam 30 August 2024: गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में पिछले 8 से 10 घंटों से गहरा दबाव बना हुआ है, जो फिलहाल लगभग स्थिर है। यह दबाव पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा में बढ़ने की संभावना है और 30 अगस्त की सुबह तक यह कच्छ, सौराष्ट्र, पाकिस्तान तट और उत्तर-पूर्वी अरब सागर में उभर सकता है। इसके चलते गुजरात के पश्चिमी जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

Kal Ka Mausam मुख्य बिंदु:

  • सौराष्ट्र और कच्छ: गहरा दबाव लगभग स्थिर, अगले 24 घंटों में भारी बारिश की संभावना।
  • बंगाल की खाड़ी: कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना।
  • देशभर में: पिछले 24 घंटों में गुजरात, पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली में भारी बारिश।

बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती परिसंचरण: पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी और उसके आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। अगले 24 घंटों के दौरान इसके प्रभाव से एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है। यह सिस्टम अगले दो दिनों के भीतर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश तट के करीब पहुंच सकता है।

ये भी पढ़ें: हरियाणा में झमाझम बारिश से बदला मौसम का मिजाज, धान की फसल को मिला जीवनदान

देशभर में पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल: पिछले 24 घंटों के दौरान सौराष्ट्र और कच्छ में भारी बारिश दर्ज की गई है। इसके अलावा, उत्तरी पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली और उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी मध्यम से भारी बारिश हुई। तटीय आंध्र प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, मध्य महाराष्ट्र और केरल में भी कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई, जबकि पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और अन्य हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।

अगले 24 घंटों की संभावित गतिविधियां: अगले 24 घंटों में गुजरात के पश्चिमी जिलों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है। इसके अलावा, तटीय कर्नाटक, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, ओडिशा, छत्तीसगढ़, विदर्भ, पूर्वी मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।

चक्रवाती परिसंचरण और मानसून की द्रोणिका: दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश पर चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर ऊपर तक फैला हुआ है। इसके अलावा, पूर्व-पश्चिम गर्त बंगाल की खाड़ी के मध्य भाग पर चक्रवाती परिसंचरण तक फैला हुआ है जो समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर तक है। मानसून की द्रोणिका सौराष्ट्र और कच्छ से लेकर बंगाल की खाड़ी के पूर्वी मध्य भाग तक फैली हुई है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
×