Haryana BJP Candidate List Controversy: हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में टिकट वितरण के बाद बगावत की स्थिति उत्पन्न हो गई है। चुनावों के दौरान बीजेपी में फैली इस नाराजगी को देखते हुए केंद्रीय नेतृत्व ने दिल्ली में इमरजेंसी बैठक बुलाई है, जिसमें चार प्रमुख विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों को बदलने की चर्चा हो सकती है।
टिकट वितरण के बाद बीजेपी में बगावत
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के लिए बीजेपी ने 67 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी की, जिसके बाद पार्टी में अंदरूनी विरोध की लहर दौड़ गई है। पार्टी के 32 बड़े नेताओं ने अब तक इस्तीफा दे दिया है, जिनमें एक मंत्री, एक मौजूदा विधायक और पांच पूर्व विधायक शामिल हैं। यह स्थिति खासकर रानियां, महम, बाढड़ा, थानेसर, हिसार और अन्य सीटों पर बगावत के रूप में सामने आई है।
बीजेपी में टिकट वितरण से असंतुष्ट कई नेताओं ने खुलकर नाराजगी जाहिर की है और पार्टी से किनारा करने की चेतावनी दी है। इनमें सबसे प्रमुख नाराजगी इंद्री, सोनीपत, हिसार और बवानीखेड़ा विधानसभा सीटों पर देखने को मिली है।
चार प्रमुख सीटों पर हो सकता है बदलाव
1. इंद्री विधानसभा:
यहां बीजेपी ने राम कुमार कश्यप को टिकट दिया है, जिससे पार्टी के नेता कर्णदेव कंबोज नाराज हो गए। उन्होंने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों के अनुसार, कंबोज की नाराजगी को देखते हुए बीजेपी नेतृत्व टिकट में बदलाव कर सकता है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने कंबोज से मुलाकात की, लेकिन कंबोज ने सैनी से हाथ तक मिलाने से इनकार कर दिया।
2. सोनीपत विधानसभा:
बीजेपी ने यहां कांग्रेस से आए निखिल मदान को प्रत्याशी बनाया है, जिससे पूर्व मंत्री कविता जैन नाराज हैं। उन्होंने 8 सितंबर तक पार्टी से टिकट बदलने की मांग की है, अन्यथा वे पार्टी के खिलाफ आगामी फैसले लेने की तैयारी में हैं।
3. हिसार विधानसभा:
यहां कैबिनेट मंत्री कमल गुप्ता को टिकट मिला है, जिससे सावित्री जिंदल ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। सावित्री जिंदल ने कहा कि यह उनका आखिरी चुनाव है और वे कुछ अधूरे काम पूरे करने के लिए चुनाव लड़ना चाहती हैं। उनके बेटे और बीजेपी सांसद नवीन जिंदल ने भी मां के फैसले का समर्थन किया है।
4. बवानीखेड़ा विधानसभा:
यहां से कपूर वाल्मीकि को टिकट दिया गया है, लेकिन पार्टी के वरिष्ठ नेता विशंभर वाल्मीकि का टिकट कटने के बाद पार्टी में विरोध हो रहा है। विशंभर वाल्मीकि का अपने क्षेत्र में अच्छा प्रभाव है, और टिकट कटने पर उनके आंसू छलक पड़े।
गोपाल कांडा को मिला बीजेपी में विलय का ऑफर
सिरसा सीट पर भी बगावत की स्थिति पैदा हो गई है। बीजेपी ने यहां हरियाणा लोक हित पार्टी (HLP) के गोपाल कांडा को गठबंधन के तहत उम्मीदवार बनाया है। हालांकि, कांडा के सामने बीजेपी में अपनी पार्टी के विलय का ऑफर रखा गया है। कांडा ने फिलहाल इसे ठुकरा दिया है, लेकिन उनके दिल्ली में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के साथ फिर से बैठक होने की संभावना है।
केंद्रीय नेतृत्व अलर्ट, दिल्ली में आपातकालीन बैठकें
टिकट वितरण के बाद हरियाणा में बगावत को देखते हुए बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व सतर्क हो गया है। दिल्ली में लगातार बैठकों का दौर जारी है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहन बड़ौली को भी दिल्ली बुलाया गया है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ इनकी बैठक संभावित है, जिसमें बागियों को मनाने की कोशिश की जा सकती है।
इसके अलावा, पार्टी ने संकेत दिए हैं कि इंद्री, सोनीपत, हिसार, और बवानीखेड़ा के अलावा सफीदों, गुरुग्राम, महम, और रादौर विधानसभा सीटों पर भी टिकटों में बदलाव किया जा सकता है।
विधानसभा सीट | संभावित बदलाव |
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इंद्री | राम कुमार कश्यप की जगह कर्णदेव कंबोज को टिकट मिल सकता है। |
सोनीपत | निखिल मदान की जगह कविता जैन को टिकट मिल सकता है। |
हिसार | कमल गुप्ता की जगह सावित्री जिंदल को मनाने की कोशिश हो रही है। |
बवानीखेड़ा | कपूर वाल्मीकि की जगह विशंभर वाल्मीकि को टिकट मिलने की संभावना। |