Sirsa Breaking News: चंडीगढ़, 2024 – हरियाणा विधानसभा चुनावों में सिरसा विधानसभा सीट पर अचानक बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा ने अपना नामांकन वापस ले लिया है, और बीजेपी ने इस सीट पर हलोपा (हरियाणा लोकहित पार्टी) के उम्मीदवार गोपाल कांडा को समर्थन देने का फैसला किया है। यह निर्णय भाजपा की अचानक बुलाई गई गुप्त बैठक के बाद लिया गया।
रोहताश जांगड़ा ने संगठन के आदेश पर वापस लिया नामांकन
BJP उम्मीदवार रोहताश जांगड़ा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्होंने पार्टी के संगठन के आदेश पर नामांकन वापस लिया है। उन्होंने कहा, “हमारी रणनीति कांग्रेस पार्टी को हराने की है, और अब हम गोपाल कांडा के साथ मिलकर सिरसा सीट पर जीत सुनिश्चित करेंगे।” यह फैसला बीजेपी और हलोपा के बीच गठबंधन को और मजबूती देने की दिशा में उठाया गया कदम माना जा रहा है।
हलोपाः गोपाल कांडा को मिला कई पार्टियों का समर्थन
गोपाल कांडा को पहले से ही इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) और बसपा (बहुजन समाज पार्टी) का समर्थन मिला हुआ है, और अब बीजेपी का समर्थन भी मिलने से उनकी स्थिति और मजबूत हो गई है। कांडा ने खुद एक दिन पहले मीडिया से बातचीत में कहा था कि वह अभी भी NDA (नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस) का हिस्सा हैं, और जीतने के बाद बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। उन्होंने अपने परिवार की राजनीतिक विरासत का जिक्र करते हुए कहा, “मेरा परिवार हमेशा से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़ा रहा है। मेरे पिता मुरलीधर कांडा ने 1952 में जनसंघ की टिकट पर डबवाली सीट से चुनाव लड़ा था, और मेरी माता आज भी बीजेपी को ही वोट देती हैं।”
कांग्रेस के खिलाफ संयुक्त मोर्चा
BJP और हलोपा के इस गठबंधन से सिरसा सीट पर कांग्रेस को कड़ी टक्कर मिलने की संभावना बढ़ गई है। कांग्रेस के लिए यह सीट जीतना अब मुश्किल हो सकता है, क्योंकि कांडा को विभिन्न राजनीतिक दलों का समर्थन मिल चुका है। रोहताश जांगड़ा ने भी साफ किया है कि उनका मुख्य उद्देश्य कांग्रेस पार्टी को हराना है, और इसके लिए वह गोपाल कांडा के समर्थन में काम करेंगे।
राजनीतिक विश्लेषण: सिरसा की रणनीति में बदलाव
सिरसा सीट पर बीजेपी का यह कदम राजनीतिक समीकरणों को बदलने वाला है। बीजेपी द्वारा रोहताश जांगड़ा का नामांकन वापस लेने का निर्णय न सिर्फ बीजेपी के आंतरिक रणनीतिकारों की योजना का हिस्सा है, बल्कि यह सीट जीतने के लिए बीजेपी और हलोपा के बीच एक मजबूत गठबंधन का संकेत भी है।
दल | उम्मीदवार | समर्थन |
---|---|---|
हलोपा | गोपाल कांडा | बीजेपी, इनेलो, बसपा |
बीजेपी | रोहताश जांगड़ा | नामांकन वापस लिया |
कांग्रेस | TBD | TBD |
BJP-हलोपाः गठबंधन की मजबूती
BJP के इस फैसले से यह साफ हो गया है कि बीजेपी हरियाणा चुनावों में अधिक सीटें जीतने के लिए मजबूत गठबंधन बना रही है। गोपाल कांडा का हलोपा, इनेलो, बसपा और अब बीजेपी का समर्थन मिलने से उनकी स्थिति पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हो गई है।
गोपाल कांडा का बयान: जीत के बाद सरकार बनाने की योजना
गोपाल कांडा ने अपने बयान में कहा, “मैं NDA का हिस्सा हूं और बीजेपी के साथ मिलकर काम करूंगा। मेरे परिवार की राजनीतिक विरासत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी हुई है, और मेरा लक्ष्य सिरसा में जीत हासिल कर सरकार का हिस्सा बनना है।”
राजनीतिक समीकरणों पर नजर
सिरसा सीट पर अब बीजेपी और हलोपा के गठबंधन ने कांग्रेस को कड़ी चुनौती दी है। आने वाले चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कांग्रेस इस गठबंधन के सामने टिक पाएगी या नहीं।