ब्रेकिंग न्यूज़
Trending

बिजली और डीजल का झंझट खत्म, सोलर पावर से बदल रही गांव की तस्वीर

उत्तर प्रदेश के बजही गांव के मनोज कुशवाहा ने सोलर पैनल का उपयोग कर आटा चक्की, वॉशिंग मशीन और घर की बिजली का काम बिना डीजल और बिजली के झंझट के कैसे किया, जानें इस खबर में।

solar power in rural India : बिजली की अनियमित आपूर्ति और डीजल की बढ़ती कीमतों के कारण छोटे उद्यमियों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लेकिन, उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के निचलौल तहसील के बजही गांव के मनोज कुशवाहा ने इस समस्या का एक अनोखा हल ढूंढ निकाला है। उन्होंने सोलर पैनल के माध्यम से न केवल अपना आटा चक्की का व्यवसाय बचाया बल्कि वॉशिंग मशीन और घर की रोशनी तक का इंतजाम कर लिया।

1. बिजली की समस्या से निजात

बजही गांव उन क्षेत्रों में आता है जहां बिजली की आपूर्ति अक्सर बाधित रहती है। मनोज कुशवाहा और उनके भाई के आटा चक्की का कारोबार बिजली पर निर्भर था, लेकिन अनियमित आपूर्ति ने उनके काम को बार-बार बाधित किया। इसके साथ ही डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी ने भी उनकी चिंताओं को बढ़ा दिया।

ये भी पढ़ें: नीलगाय से परेसान? घरेलू जुगाड़ से मिलेगा छुटकारा 

2. सोलर पैनल से मिला समाधान

मनोज के पिता, रामअधार कुशवाहा ने इस समस्या का हल ढूंढते हुए आटा चक्की पर सोलर पैनल लगवाया। इसके बाद, उन्होंने देखा कि न केवल उनकी आटा चक्की सुचारू रूप से चलने लगी, बल्कि वे अपनी वॉशिंग मशीन का उपयोग भी बिना किसी बाधा के करने लगे। इतना ही नहीं, सोलर पैनल की मदद से उनका घर भी पूरी तरह से रोशन हो रहा है।

3. कम खर्च में बेहतर सेवा

सोलर पैनल की स्थापना के बाद, मनोज कुशवाहा का डीजल और बिजली पर खर्च खत्म हो गया। इससे उन्होंने अपने ग्राहकों को कम कीमत पर सेवाएं देना शुरू कर दिया। उनके अनुसार, सोलर पैनल ने उनकी लागत को काफी हद तक कम कर दिया है, जिससे वे अधिक मुनाफा कमा रहे हैं।

4. दूर-दूर से आते हैं ग्राहक

मनोज कुशवाहा बताते हैं कि उनके आटा चक्की पर दिन भर काम चलता रहता है। अब दूर-दूर के लोग भी उनकी आटा चक्की का रुख कर रहे हैं क्योंकि उन्हें यहां पर बेहतर सेवा कम कीमत में मिल रही है। सोलर पावर के इस्तेमाल से उन्हें ना केवल आर्थिक लाभ हुआ है बल्कि वे पर्यावरण के लिए भी योगदान दे रहे हैं।

5. अन्य ग्रामीणों के लिए प्रेरणा

मनोज कुशवाहा की इस पहल ने गांव के अन्य लोगों को भी प्रेरित किया है। उनके गांव में अब कई लोग सोलर पैनल का उपयोग कर रहे हैं और अपनी ऊर्जा जरूरतों को पूरा कर रहे हैं। यह कदम ग्रामीण विकास के लिए एक मिसाल साबित हो रहा है, जहां सोलर ऊर्जा का उपयोग कर न केवल खर्च कम किया जा सकता है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण भी किया जा सकता है।

Sandeep Kumar

नमस्कार! उमंग हरियाणा पर फ़िलहाल कंटेंट राइटर का काम कर रहा हूँ। आपको हरियाणा की ताज़ा हिंदी ख़बरों और देश-विदेश की ट्रेंडिंग न्यूज़ से आपको अपडेट रखना मेरा काम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
×