ब्रेकिंग न्यूज़

डेरा जगमालवाली को मिला नया प्रमुख; बाबा बरिंदर ढिल्लों की दस्तारबंदी सम्पन्न

radha soami dera beas: डेरा जगमालवाली को नया प्रमुख मिल गया, बाबा बरिंदर ढिल्लों की दस्तारबंदी हुई। समारोह में राधा स्वामी डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों और उत्तराधिकारी जसदीप सिंह गिल की उपस्थिति रही।

Dera Jagmalwali: पंजाब के प्रमुख धार्मिक स्थल, डेरा जगमालवाली में आज एक ऐतिहासिक दिन रहा। डेरा जगमालवाली को आज उनका नया प्रमुख मिल गया, जब बाबा बरिंदर ढिल्लों की दस्तारबंदी विधिवत रूप से सम्पन्न हुई। इस मौके पर बड़ी संख्या में संगत इकट्ठा हुई और समारोह को देखने के लिए डेरा के अनुयायियों का तांता लगा रहा।

बाबा गुरिंदर सिंह और बाबा जसदीप सिंह ने की दस्तारबंदी

इस महत्वपूर्ण अवसर पर राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों और उनके उत्तराधिकारी बाबा जसदीप सिंह गिल ने दस्तार सजाने की रस्म अदा की। खास बात यह रही कि दोनों संत हेलीकॉप्टर से डेरा जगमाल पहुंचे थे। यह आयोजन पूरी भव्यता और सम्मान के साथ संपन्न हुआ, जिसमें पंजाब और अन्य स्थानों से बड़ी संख्या में अनुयायी उपस्थित रहे। इसके साथ ही, संत बलजीत सिंह दादूवाल की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम को और भी महत्वपूर्ण बना दिया।

radha soami dera beas tied the turban on baba barinder dhillon
राधा स्वामी डेरा ब्यास के प्रमुख ने की बाबा बरिंदर ढिल्लों की दस्तारबंदी तस्वीरें आई सामने

डेरा जगमालवाली का महत्त्वपूर्ण दिन

डेरा जगमालवाली के लिए आज का दिन खास इसलिए भी था क्योंकि यह डेरा पंजाब में अपने अनुयायियों के बीच गहरे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का स्थान रखता है। बाबा बरिंदर ढिल्लों को नए प्रमुख के रूप में स्वीकार करने के लिए यह समारोह आयोजित किया गया था, जिससे डेरा के अनुयायियों में नई ऊर्जा और उमंग का संचार हुआ।

radha soami dera beas tied the turban on baba barinder dhillon 1
राधा स्वामी डेरा ब्यास के प्रमुख ने की बाबा बरिंदर ढिल्लों की दस्तारबंदी तस्वीरें आई सामने

बाबा गुरिंदर सिंह का बड़ा ऐलान

कुछ समय पहले ही, राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने अपने उत्तराधिकारी के रूप में 45 वर्षीय जसदीप सिंह गिल का ऐलान किया था। इस घोषणा ने संगत में हलचल मचा दी थी क्योंकि यह निर्णय सभी के लिए अप्रत्याशित था। जसदीप सिंह गिल को न केवल डेरा ब्यास का उत्तराधिकारी घोषित किया गया, बल्कि उन्हें संगत को नाम देने का अधिकार भी सौंपा गया। इस निर्णय को डेरा ब्यास की भविष्य की दिशा के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।

radha soami dera beas tied the turban on baba barinder dhillon 2
राधा स्वामी डेरा ब्यास के प्रमुख ने की बाबा बरिंदर ढिल्लों की दस्तारबंदी तस्वीरें आई सामने

डेरा जगमालवाली में भविष्य की दिशा

बाबा बरिंदर ढिल्लों की दस्तारबंदी के साथ, अब डेरा जगमालवाली नए नेतृत्व में अपने धार्मिक और सांस्कृतिक उद्देश्यों को पूरा करेगा। इस समारोह ने संकेत दिया है कि डेरा के अनुयायी और प्रमुख पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ अपनी परंपराओं को आगे बढ़ाते रहेंगे। डेरा जगमालवाली ने हमेशा से ही धार्मिक अनुशासन और समाज सेवा पर जोर दिया है, और नए नेतृत्व के साथ यह परंपरा और भी मजबूत होगी।

समारोह की भव्यता

डेरा जगमालवाली के इस समारोह में जहां धार्मिक रस्मों को पारंपरिक अंदाज में निभाया गया, वहीं सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं का भी खास ध्यान रखा गया। हेलीकॉप्टर से आए प्रमुख संतों की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे, और अनुयायियों की सुविधा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए थे।

धार्मिक संतों की एकजुटता

इस समारोह में पंजाब के अन्य धार्मिक संतों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया। संत बलजीत सिंह दादूवाल की उपस्थिति ने यह साफ कर दिया कि पंजाब के धार्मिक नेता डेरा जगमालवाली के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। इस तरह की एकजुटता ने संगत के बीच एक सकारात्मक संदेश भेजा है, जो आने वाले समय में डेरा के भविष्य को मजबूत करने में मददगार साबित होगी।

डेरा ब्यास की नई दिशा

डेरा ब्यास के नए उत्तराधिकारी जसदीप सिंह गिल के ऐलान के बाद से यह स्पष्ट हो गया है कि डेरा ब्यास अपने अनुयायियों को एक नई दिशा में लेकर जाएगा। जसदीप सिंह गिल को नाम देने का अधिकार मिलने के साथ ही डेरा ब्यास के अनुयायियों में उम्मीद जगी है कि नए नेतृत्व में डेरा अपने धार्मिक और सामाजिक उद्देश्यों को और भी व्यापक रूप से पूरा करेगा।

Sandeep Kumar

नमस्कार! उमंग हरियाणा पर फ़िलहाल कंटेंट राइटर का काम कर रहा हूँ। आपको हरियाणा की ताज़ा हिंदी ख़बरों और देश-विदेश की ट्रेंडिंग न्यूज़ से आपको अपडेट रखना मेरा काम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
×