खुलने जा रहा देश का हाई स्पीड एक्सप्रेसवे, 65 फ्लाईओवर और 6 सुरंग से सफर का समय होगा आधे से भी कम
Mumbai-Nagpur Expressway: 701 किलोमीटर लंबा, 8 घंटे में तय होगा 16 घंटे का सफर, देश के सबसे हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे पर जल्द ही दौड़ेंगी गाड़ियां
Mumbai-Nagpur Expressway: देश के सबसे महत्वाकांक्षी और हाई-स्पीड रोड प्रोजेक्ट्स में से एक, मुंबई-नागपुर एक्सप्रेसवे, जिसे समृद्धि महामार्ग के नाम से जाना जाता है, जल्द ही वाहनों के लिए खोल दिया जाएगा। 701 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे देश का सबसे हाई-स्पीड एक्सप्रेसवे होगा, जहां गाड़ियां 150 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ सकेंगी। फिलहाल, इस पर 120 KMPH की स्पीड लिमिट रखी गई है। अगले महीने के अंत तक इस एक्सप्रेसवे के 76 किलोमीटर लंबे हिस्से का काम पूरा होने के बाद इसे जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
एक्सप्रेसवे की अनूठी विशेषताएं
समृद्धि महामार्ग को न सिर्फ अपनी लंबाई के लिए जाना जाएगा, बल्कि इसकी संरचना और तकनीकी विशेषताओं के लिए भी। इस एक्सप्रेसवे के दोनों ओर करीब 13 लाख पेड़ लगाए जाएंगे, जो इसे पर्यावरण के अनुकूल बनाने में मदद करेंगे। यह एक्सप्रेसवे मुंबई से नागपुर के बीच की 16 घंटे की यात्रा को सिर्फ 8 घंटे में पूरा करने में सक्षम होगा।
आखिरी फेज का काम सबसे चुनौतीपूर्ण
महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक, अनिलकुमार गायकवाड़ ने बताया कि एक्सप्रेसवे के अंतिम चरण का काम, जो 76 किलोमीटर लंबा है, सितंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा। यह चरण सबसे चुनौतीपूर्ण था, क्योंकि इसमें 16 गहरी घाटियाँ और पाँच पहाड़ियाँ शामिल थीं। इस फेज में 5 सुरंग और 16 पुलों का निर्माण भी किया गया है।
समृद्धि महामार्ग की खासियतें
समृद्धि महामार्ग को जेएनपीटी स्पर के जरिए मुंबई-नासिक हाईवे से जोड़ा जाएगा, जो मुंबई-अहमदाबाद-दिल्ली एक्सप्रेसवे का एक हिस्सा है। इस एक्सप्रेसवे पर 65 फ्लाईओवर, 24 इंटरचेंज, 6 सुरंग और 300 अंडरपास बनाए गए हैं। एक्सप्रेसवे पर बनने वाली सबसे बड़ी टनल की लंबाई 7.74 किलोमीटर है, जो 25 मिनट की दूरी को मात्र 5 मिनट में तय करने में सक्षम होगी।
समृद्धि महामार्ग की विशेषताएं | विवरण |
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लंबाई | 701 किलोमीटर |
स्पीड लिमिट | 120 KMPH (अधिकतम 150 KMPH) |
जुड़े हुए जिले | 10 जिले, 390 गांव |
फ्लाईओवर | 65 |
टनल की सबसे बड़ी लंबाई | 7.74 किलोमीटर |
कुल लागत | 55000 करोड़ रुपये |
पेड़ लगाए जाएंगे | 13 लाख पेड़ |
प्रमुख शहर | भिवंडी, कल्याण, शाहपुर, शिरडी, जलना, वर्धा आदि |
एक्सप्रेसवे के लाभ
यह एक्सप्रेसवे न केवल महाराष्ट्र राज्य के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह देशभर के लिए भी एक महत्वपूर्ण परियोजना साबित होगी। एक्सप्रेसवे पर लगे इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम (ITS) से सड़क दुर्घटनाओं पर नियंत्रण रखा जाएगा, जिससे यातायात अधिक सुरक्षित और कुशल हो सकेगा। यह रोड प्रोजेक्ट राज्य के 10 जिलों के कई प्रमुख शहरों और 390 गांवों को जोड़ने में मदद करेगा, जिससे न सिर्फ यातायात की सुविधा बढ़ेगी, बल्कि आर्थिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी।
क्या कहता है भविष्य?
वर्धा के सेलदोह गांव से शुरू होकर नागपुर के घाटकुल गांव पर खत्म होने वाला यह एक्सप्रेसवे देश में सड़कों के विकास की दिशा में एक नई मिसाल कायम करेगा। इसकी पूर्ण क्षमता के साथ संचालन शुरू होने के बाद यह महाराष्ट्र के लोगों के लिए एक बड़ी राहत और सुविधा साबित होगा।