10 लाख फर्जी किसानों ने उठाया PM Kisan योजना का लाभ, शिकायत के बाद 29 करोड़ रुपये आये वापस
PM Kisan Scheme Investigation: उत्तर प्रदेश में 10 लाख अपात्र किसानों ने पीएम किसान योजना का गलत फायदा उठाया। राज्य सरकार ने जांच शुरू की, कई किसानों ने राशि वापस की। जानें योजना की ताजा स्थिति और 18वीं किस्त की जानकारी।
PM Kisan Yojana– उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम किसान) के तहत करीब 10 लाख अपात्र किसानों ने भर्जी तरीके से योजना का लाभ उठाया है। इस मामले के खुलासे के बाद राज्य सरकार ने तुरंत जांच शुरू कर दी है। खास बात यह है कि कई अपात्र किसानों ने अपनी पात्रता साबित करने से पहले ही योजना से प्राप्त राशि को वापस कर दिया है।
राज्य सरकार की जांच और कार्रवाई
कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक वीके सिसोदिया ने बताया कि केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश में 10 लाख किसानों का रैंडम डेटा उपलब्ध कराया है। इसके आधार पर किसानों की पात्रता की जांच की जा रही है, ताकि केवल वास्तविक लाभार्थियों को ही योजना का लाभ मिल सके।
उन्होंने बताया कि योजना की शुरुआत से अब तक राज्य में किसानों को 74,277 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित की जा चुकी है। हालांकि, जांच के बाद यह सामने आया है कि कई किसानों ने योजना का लाभ उठाने के लिए झूठी जानकारी दी थी।
अपात्र किसानों की स्वेच्छा से राशि वापसी
सिसोदिया ने कहा कि वर्तमान में पीएम-किसान निधि योजना के तहत पंजीकरण के लिए 96,000 से अधिक नए आवेदन लंबित हैं। वहीं, राज्य के 29,000 किसानों ने स्वेच्छा से योजना से प्राप्त धनराशि को वापस कर दिया है, क्योंकि उन्हें पता चला कि वे आयकर रिटर्न दाखिल करने या अन्य पात्रता मानदंडों को पूरा नहीं करते हैं।
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इन 29,000 अपात्र किसानों से 29 करोड़ रुपये वापस मिल चुके हैं, जिन्होंने योजना के तहत पहले प्राप्त धनराशि को लौटाने का विकल्प चुना था। इस कदम से यह साफ हो जाता है कि राज्य सरकार की सख्ती और जांच के बाद कई किसानों ने अपनी गलती स्वीकार की है।
किसानों की स्थिति | संख्या | वापसी की राशि |
---|---|---|
अपात्र किसानों की संख्या | 10 लाख | – |
स्वेच्छा से राशि लौटाने वाले | 29,000 | 29 करोड़ रुपये |
लंबित नए आवेदन | 96,000 | – |
पीएम किसान योजना: एक नजर
पीएम किसान योजना की शुरुआत 2019 में की गई थी, जिसके तहत सीमांत और छोटी जोत वाले किसानों को साल में 6,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। यह राशि 2,000 रुपये की तीन समान किस्तों में किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है।
अब तक केंद्र सरकार ने 17वीं किस्त जारी कर दी है, और किसान 18वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद है कि दिवाली के आसपास 18वीं किस्त जारी की जाएगी, जिससे यूपी के 2.14 करोड़ किसानों को फायदा होगा।
कौन नहीं उठा सकता योजना का लाभ?
सिसोदिया के अनुसार, मोटी जोत वाले किसान, सरकारी नौकरी करने वाले लोग या सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी, जिनकी आर्थिक स्थिति अच्छी है, वे पीएम किसान योजना का लाभ नहीं उठा सकते। इसके अलावा, आयकर रिटर्न भरने वाले भी इस योजना के लाभार्थी बनने के पात्र नहीं हैं।
केंद्र सरकार ने लोकसभा चुनाव से पहले 17वीं किस्त जारी की थी, जिससे यूपी के 2.9 करोड़ किसानों को लाभ मिला था। अब इस योजना के तहत पंजीकृत किसानों की संख्या बढ़कर 2.14 करोड़ हो गई है।
18वीं किस्त का इंतजार PM Kisan 18th Installment
किसानों के लिए 18वीं किस्त का इंतजार लंबे समय से बना हुआ है। उम्मीद है कि दिवाली के आसपास यह किस्त जारी होगी, जिससे करोड़ों किसानों को राहत मिलेगी।