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सितंबर में किस फसल की खेती करें? कम समय में बन जायेंगे लाखों

September Vegetable Farming: सितंबर में खेती करके आप एक एकड़ से 3 लाख रुपए तक की कमाई कर सकते हैं। जानें अगेती मटर, लहसुन, फूल गोभी, बैगन और प्याज की खेती के बारे में और कैसे ये फसलें आपको बेहतर लाभ दे सकती हैं।

September Vegetable Farming- नई दिल्ली, 3 सितंबर 2024: सितंबर का महीना किसानों के लिए नए कृषि अवसरों का संकेत लेकर आया है। इस महीने विभिन्न सब्जियों की खेती से आप बेहतर कमाई कर सकते हैं। यहां पर हम उन फसलों के बारे में जानेंगे जिनसे आप 2 से 3 लाख रुपए तक की कमाई कर सकते हैं और कुछ ऐसी फसलों के बारे में भी जिनसे आप 25 से 30 दिन में लाभ उठा सकते हैं।

सितंबर में किस फसल की खेती करें?

अगेती मटर:
सितंबर की शुरुआत में अगेती मटर की खेती एक अच्छा विकल्प हो सकता है। 15 से 30 सितंबर के बीच आप अगेती मटर की बुवाई कर सकते हैं। 60 से 90 दिनों के भीतर मटर की फसल तैयार हो जाती है और इससे अच्छी खासी कमाई संभव है।

लहसुन:
मानसून खत्म होने के बाद, विशेष रूप से सितंबर के अंत में लहसुन की बुवाई की जा सकती है। पिछले साल लहसुन की खेती से किसानों ने एक एकड़ से 2 से 3 लाख रुपए की कमाई की थी। यह फसल भी जल्दी तैयार होती है और मार्केट में इसकी मांग भी काफी है।

फूल गोभी और पत्ता गोभी:
फूल गोभी और पत्ता गोभी की नर्सरी तैयार करने का भी अच्छा समय है। आप Seminis Giriya और Clause Maadhuri जैसे बीजों का उपयोग करके नर्सरी तैयार कर सकते हैं, जिससे भविष्य में अच्छे लाभ की संभावना है।

चुकंदर:
चुकंदर की बुवाई भी इस समय की जा सकती है। चुकंदर की फसल की बुवाई करते समय बीजों के बीच की दूरी 1 फीट रखनी चाहिए। इससे फसल की अच्छी पैदावार सुनिश्चित की जा सकती है।

कम समय में बेहतर कमाई के लिए फसलें

बैगन:
बैगन की विभिन्न किस्में जैसे भर्ता बैगन, सफेद बैगन, गोल बैगन, और लंबे बैगन की खेती की जा सकती है। इसके लिए क्यारी से क्यारी की दूरी 5 फीट, पौधे से पौधे की दूरी 5 फीट और लाइन से लाइन की दूरी 2 से 2.5 फीट रखनी चाहिए। एक एकड़ में 100 से 150 ग्राम बीजों की आवश्यकता होगी।

प्याज:
प्याज की खेती भी सितंबर में की जा सकती है। प्याज की बुवाई के लिए दो लाइन की दूरी 4 इंच और पौधे से पौधे की दूरी भी 4 इंच रखी जा सकती है। यदि आपकी प्याज की नर्सरी तैयार है, तो इसे बुवाई के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

मेथी, पालक और धनिया:
अगर आप बहुत कम समय में लाभ कमाना चाहते हैं, तो मेथी, पालक और धनिया की खेती एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। ये फसलें जल्दी तैयार होती हैं और इनकी मांग भी मार्केट में बनी रहती है।

फसल प्रबंधन और लाभ

प्रबंधन सुझाव:

  • अगेती मटर: 60-90 दिन में तैयार होती है। बीजों की गुणवत्ता पर ध्यान दें।
  • लहसुन: अच्छी पैदावार के लिए सिंचाई और पोषण का ध्यान रखें।
  • फूल गोभी और पत्ता गोभी: सही बीजों का चयन करें और नर्सरी के लिए उचित वातावरण बनाएँ।
  • चुकंदर: बीजों की उचित दूरी से फसल की गुणवत्ता बढ़ेगी।
  • बैगन: विभिन्न किस्मों के लिए सही प्लांटिंग डिस्टेंस का पालन करें।
  • प्याज: बुवाई के समय की सावधानी से उत्पादन में वृद्धि होगी।
  • मेथी, पालक और धनिया: कम समय में फसल की बेहतर पैदावार सुनिश्चित करें।

आगे के कदम

शेयर और जागरूकता:
किसानों को इन फसलों के फायदों और सही बुवाई तकनीकों के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। सही जानकारी और प्रबंधन से फसलों की पैदावार और लाभ को बढ़ाया जा सकता है।

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