आज का प्याज मंडी रेट: देशभर की मंडियों में प्याज की कीमतों में उछाल
Onion market rates 28 August 2024: 28 अगस्त 2024 के प्याज मंडी रेट्स में भारी उछाल देखा गया, खासकर केरल की पाला मंडी में 5600 रु./क्विंटल की अधिकतम दर पर प्याज बिका। जानें अन्य मंडियों के रेट्स और मौजूदा बाजार की स्थिति।
Onion market rates 28 August 2024: भारत में प्याज की मंडी दरें: 28 अगस्त 2024 की ताजा जानकारी
नई दिल्ली, 28 अगस्त 2024: प्याज की कीमतों में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव के बीच, आज का प्याज मंडी रेट जारी कर दिया गया है। देशभर की विभिन्न मंडियों में प्याज की न्यूनतम, अधिकतम और मोडल दरों की ताजा जानकारी नीचे दी गई तालिका में है। दक्षिण भारत की केरल स्थित पाला मंडी में प्याज का अधिकतम रेट 5600 रु./क्विंटल रहा, जो कि पूरे देश में सबसे अधिक है।
केरल की पाला मंडी में 5600 रु./क्विंटल का रिकॉर्ड रेट
दक्षिण भारत में सबसे ज्यादा रेट केरल की पाला मंडी में दर्ज किया गया, जहां प्याज की अधिकतम दर 5600 रु./क्विंटल रही। इस मंडी में कुल 7 टन प्याज की आवक हुई थी। इस उछाल का मुख्य कारण स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्याज की बढ़ती मांग बताई जा रही है।
टेबल: 28 अगस्त 2024 को भारत की प्रमुख मंडियों में प्याज की दरें
मंडी का नाम | न्यूनतम दर (रु./क्विंटल) | अधिकतम दर (रु./क्विंटल) | मोडल दर (रु./क्विंटल) | कुल आवक (टन में) |
---|---|---|---|---|
पाला, केरल | 4200 | 5600 | 4900 | 7 |
लासलगांव, महाराष्ट्र | 3500 | 4800 | 4500 | 25 |
नेल्लोर, आंध्र प्रदेश | 3200 | 4700 | 4400 | 12 |
इंदौर, मध्य प्रदेश | 3000 | 4500 | 4300 | 18 |
कर्नूल, आंध्र प्रदेश | 2800 | 4200 | 4000 | 10 |
प्याज की दरों में उछाल के प्रमुख कारण
प्याज की कीमतों में यह उछाल मुख्यतः मौसम संबंधी कारणों और आपूर्ति में कमी के कारण हो रहा है। मानसून के चलते कई क्षेत्रों में फसल प्रभावित हुई है, जिससे मंडियों में प्याज की आवक कम हो गई है। इसके अलावा, अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी प्याज की मांग बढ़ रही है, जो भारतीय बाजार पर असर डाल रही है।
बाजार पर असर और आगे की संभावना
प्याज की बढ़ती कीमतों का असर आम आदमी पर पड़ रहा है, जिससे सरकार पर दबाव बढ़ रहा है। इस मुद्दे पर सरकार जल्द ही कोई निर्णय ले सकती है ताकि प्याज की कीमतों को नियंत्रण में लाया जा सके। प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की संभावना भी जताई जा रही है, ताकि घरेलू बाजार में इसकी उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
किसानों की स्थिति और राहत के उपाय
फिलहाल, प्याज की ऊंची कीमतों से किसान लाभान्वित हो सकते हैं, लेकिन लगातार होती कीमतों में अस्थिरता से वे भी चिंतित हैं। सरकार को चाहिए कि वह प्याज के भंडारण और परिवहन के लिए बेहतर व्यवस्था करे, ताकि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल सके।