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नीलगाय से खेती कैसे बचाएं, देखिये बिना पैसे लगाने वाला जुगाड़

nilgai se kheti kaise bachaye: आवारा पशुओं से फसल बचाने के उपाय: नीलगाय, जंगली सूअर और अन्य जानवरों से फसल की सुरक्षा के लिए किसान क्या करें। जानें लहसुन और छाछ के घोल, पवन चक्की और अन्य तकनीकी उपायों के बारे में।

nilgai se kheti kaise bachaye: उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और पंजाब जैसे राज्यों में किसान आवारा पशुओं से परेशान हैं। फसल बुवाई के बाद जंगली सूअर, नीलगाय और अन्य आवारा पशु किसानों की फसल को बर्बाद कर देते हैं। इसके कारण किसानों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ता है। इन जानवरों से फसल को बचाने के लिए किसान कई तरह के उपाय अपनाते हैं, लेकिन यह समस्या पूरी तरह से हल नहीं हो पाती है। इस लेख में हम कुछ खास उपाय साझा कर रहे हैं, जिनसे आप अपनी फसल को आवारा पशुओं से बचा सकते हैं।

नीलगाय और जंगली जानवरों से बचाव के लिए प्रभावी उपाय

1. लहसुन और छाछ का घोल:
नीलगाय को भगाने के लिए लहसुन और छाछ का घोल बनाकर खेत के चारों ओर छिड़काव करें। यह घोल नीलगाय को खेत से दूर रखने में काफी फायदेमंद साबित होता है। लहसुन की तीखी गंध और छाछ की विशेषता इन जानवरों को खेत से दूर रखने में मदद करती है।

2. रंगीन झिल्लियों और लाइट का प्रयोग:
आप अपने खेत में रंगीन झिल्लियां और लाइटें लगाकर भी आवारा जानवरों को दूर रख सकते हैं। झिल्लियों की चमक और लाइट की तेज रोशनी से जानवर खेत में आने से हिचकिचाते हैं। यह तरीका फसल की सुरक्षा के लिए एक प्रभावी उपाय है।

3. पवन चक्की का उपयोग:
पवन चक्की का उपयोग नीलगाय और जंगली जानवरों से बचाव के लिए एक अच्छा तरीका है। इसे आप खेत के किनारे लकड़ी के खंभे से बांध सकते हैं। पवन चक्की में लगे पंखे के घूमने पर घंटी बजने लगती है, जिसकी तेज आवाज से जानवर डरकर खेत से दूर रहते हैं।

4. गोबर के उपलों से धुंआ:
शाम के समय गोबर के उपलों से धुंआ करें। धुंआ आवारा पशुओं को खेत के आसपास आने से रोकता है। यह एक पारंपरिक और सरल उपाय है जो किसानों द्वारा सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है।

5. तेज रोशनी वाली लाइट या टॉर्च:
खेत में तेज रोशनी वाली लाइट या टॉर्च को लकड़ी के सहारे लगा दें। रोशनी से आवारा पशु खेत में आने से बचते हैं। यह तरीका रात के समय फसल की सुरक्षा के लिए बेहद कारगर साबित होता है।

आवारा पशुओं से बचाव के अन्य उपाय

कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि फसलों को आवारा पशुओं से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास की भी जरूरत है। किसानों को मिलकर अपने खेतों के चारों ओर बाड़ लगानी चाहिए, जिससे जानवर खेत में प्रवेश न कर सकें। इसके अलावा, गांव के स्तर पर भी सामूहिक रूप से आवारा पशुओं के प्रबंधन की योजना बनाई जा सकती है।

फसल सुरक्षा के लिए तकनीकी उपाय

किसानों को नई तकनीकों का उपयोग करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। जैसे कि इलेक्ट्रिक फेंसिंग, सोलर पैनल आधारित लाइटें और अल्ट्रासोनिक वेव्स का उपयोग किया जा सकता है, जिससे जानवर खेत के आसपास नहीं आएंगे।

Sandeep Kumar

नमस्कार! उमंग हरियाणा पर फ़िलहाल कंटेंट राइटर का काम कर रहा हूँ। आपको हरियाणा की ताज़ा हिंदी ख़बरों और देश-विदेश की ट्रेंडिंग न्यूज़ से आपको अपडेट रखना मेरा काम है।

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