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कुफरी आलू ने मार्किट में मचाया गदर! फायदे इतने की डॉक्‍टर साहब भी कहेंगे दबाकर खाओ

Kufri Jamunia Potato Benefits: नए "कुफरी जामुनिया" आलू से बदल सकती है आपकी सेहत की तस्वीर

Kufri Jamunia Potato Benefits: आमतौर पर डॉक्टर्स द्वारा आलू से परहेज करने की सलाह दी जाती है, लेकिन अब केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान, शिमला द्वारा खोजी गई नई आलू की किस्म “कुफरी जामुनिया” ने सबकी नज़रों में एक नया स्थान बना लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूसा में हाल ही में लॉन्च की गई इस आलू की किस्म की खासियत ने सबका ध्यान आकर्षित किया है।

कुफरी जामुनिया की विशेषताएँ

कुफरी जामुनिया आलू की खोज में लगभग 9 साल का समय लगा। यह आलू की नई किस्म एंटी-ऑक्सीडेंट और एंथोसायनिन से भरपूर है, जिससे यह स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी साबित हो सकता है। डॉ. एसके लूथरा, केंद्रीय आलू अनुसंधान संस्थान के प्रिंसिपल साइंटिस्ट ने बताया कि इस आलू के 100 ग्राम गूदे में विटामिन सी (52 मिलीग्राम), एंथोसायनिन (32 मिलीग्राम) और कैरोटीनॉयड (163 माइक्रोग्राम) पाए जाते हैं।

पैदावार और उत्पादन: कुफरी जामुनिया आलू 90-100 दिनों में तैयार होता है। इसके गहरे बैंगनी, लंबे अंडाकार कंद 10-12 प्रति पौधे होते हैं, और इसकी पैदावार 32-35 टन प्रति हेक्टेयर होती है। इसकी भंडारण क्षमता भी सामान्य आलू की तुलना में बेहतर है और इसका स्वाद भी उत्तम होता है।

उत्पादन क्षेत्र और उपयोग

यह आलू विभिन्न राज्यों जैसे हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, उड़ीसा, असम, पश्चिम बंगाल और बिहार में उगाया जा सकता है। इसे पिछले महीने नोटिफाइड किया गया है।

आलू से बने व्यंजन: कुफरी जामुनिया से रंगीन सब्जी करी, परौंठा, पूरी, रायता, पकौड़ा, दलिया, सूजी और आटा बनता है। इसके अतिरिक्त, हलवा, उपमा, डोसा, इडली (बैटर), सूप, कुकीज़ और अन्य बेकरी आइटम भी बनाए जा सकते हैं।

विकास टीम और लॉन्च

इस नई आलू की किस्म को विकसित करने में डॉ. एसके लूथरा के साथ आलू अनुसंधान संस्थान, क्षेत्रीय केंद्र, मोदीपुरम के अन्य वैज्ञानिकों की टीम ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसमें डॉ. दलामूू, जागेश कुमार तिवारी, बबीता चौधरी, वीके गुप्ता, विनोद कुमार, पिंकी रायगोंड, वंदना, अरविंद जयसवाल, ब्रजेश सिंह, जगदेव शर्मा, वीके दुआ, संजय रावल और मेही लाल शामिल थे।

कुल 61 फसलों की किस्में

प्रधानमंत्री द्वारा जारी की गई 61 फसलों की 109 किस्मों में 34 फील्ड और 27 बागवानी फसलें शामिल हैं। फील्ड फसलों में मोटे अनाज, चारा फसलें, तिलहन, दलहन, गन्ना, कपास, रेशा और अन्य फसलों के बीज शामिल हैं, जबकि बागवानी फसलों में फलों, सब्जियों, रोपण फसलों, कंद फसलों, मसालों, फूलों और औषधीय फसलों की विविध किस्में शामिल हैं।

Sandeep Kumar

नमस्कार! उमंग हरियाणा पर फ़िलहाल कंटेंट राइटर का काम कर रहा हूँ। आपको हरियाणा की ताज़ा हिंदी ख़बरों और देश-विदेश की ट्रेंडिंग न्यूज़ से आपको अपडेट रखना मेरा काम है।

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