Haryana MSP crops purchase: हरियाणा के किसानों के लिए राहत भरी खबर है। 1 अक्टूबर 2024 से राज्य में खरीफ सीजन की दलहन और तिलहन फसलों की खरीद की प्रक्रिया शुरू होगी। इस खरीद में मूंग, मूंगफली, अरहर, उड़द और तिल जैसी फसलों को शामिल किया गया है, जिनकी खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर की जाएगी।
खरीद का शेड्यूल: कब होगी कौन सी फसल की खरीद?
सरकार ने खरीफ सीजन की फसलों की खरीद के लिए सटीक समयसीमा तय कर दी है। नीचे दी गई तालिका में खरीद के शेड्यूल को दर्शाया गया है:
फसल का नाम | खरीद की तारीखें |
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मूंग | 1 अक्टूबर 2024 – 15 नवंबर 2024 |
मूंगफली | 1 नवंबर 2024 – 31 दिसंबर 2024 |
अरहर, उड़द, तिल | 1 दिसंबर 2024 – 31 दिसंबर 2024 |
इससे साफ है कि राज्य में 1 अक्टूबर से मूंग की खरीद शुरू हो जाएगी, जबकि मूंगफली की खरीद 1 नवंबर से शुरू होकर 31 दिसंबर तक चलेगी। इसके अलावा, अरहर, उड़द और तिल की खरीद 1 दिसंबर से 31 दिसंबर तक की जाएगी।
फसल उत्पादन में इज़ाफ़ा
इस साल खरीफ फसलों के उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद की जा रही है। हरियाणा में विभिन्न फसलों का अनुमानित उत्पादन निम्नलिखित है:
- मूंग: 27,197 मीट्रिक टन
- अरहर: 238 मीट्रिक टन
- उड़द: 85 मीट्रिक टन
- तिल: 471 मीट्रिक टन
- मूंगफली: 9,668 मीट्रिक टन
इस वृद्धि का मुख्य कारण इस साल अनुकूल मौसम और अच्छी खेती है, जिससे किसानों को अधिक उत्पादन का लाभ मिलेगा।
मुख्य सचिव ने तैयारियों की समीक्षा की
हरियाणा के मुख्य सचिव डॉ. टीवीएसएन प्रसाद ने चंडीगढ़ में हुई एक बैठक के दौरान विपणन सत्र 2024-25 के लिए खरीफ फसलों की खरीद की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों के लिए खरीद प्रक्रिया को सुचारू और पारदर्शी बनाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं।
हरियाणा के किसानों के लिए बड़ा फायदा
खरीफ सीजन की इन फसलों की खरीद से किसानों को सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) का लाभ मिलेगा। हैफेड (हरियाणा स्टेट कोऑपरेटिव सप्लाई एंड मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड) भी इस खरीद प्रक्रिया में भाग लेगा, जिससे किसानों को और अधिक सुविधाएं प्राप्त होंगी।
इससे पहले खरीफ फसलों की खरीद प्रक्रिया को लेकर किसानों के बीच चिंता थी, लेकिन अब सरकार ने स्पष्ट शेड्यूल के साथ खरीद की घोषणा कर दी है, जिससे किसानों को राहत मिलेगी। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों की अच्छी तरह से तैयारी करें और समय पर मंडियों में लाएं ताकि उन्हें MSP का पूरा लाभ मिल सके।