शराब ठेकों पर ओवर रेटिंग का पर्दाफाश; खुद ग्राहक बनकर ठेके पर पहुँचे थे SDM साहब
Uttarakhand News SDM Raid in Wine Shope: देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल ने शराब ठेकों पर ओवर रेटिंग की शिकायतों की जांच के लिए खुद ग्राहक बनकर निरीक्षण किया। जानें कैसे उन्होंने शराब ठेकों की ओवर रेटिंग का पर्दाफाश किया।
Uttarakhand News: देहरादून, 19 सितंबर 2024- देहरादून के जिलाधिकारी सविन बंसल ने बुधवार शाम को एक शराब ठेके पर औचक निरीक्षण कर शराब की ओवर रेटिंग का खुलासा किया। जिलाधिकारी खुद एक सामान्य ग्राहक की तरह ठेके पर पहुंचे और शराब खरीदते वक्त सेल्समैन द्वारा एमआरपी से अधिक पैसे मांगने की घटना सामने आई। इस कदम से प्रशासन ने ठेकों पर चल रही गड़बड़ी को बेनकाब किया और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की।
कैसे हुई ओवर रेटिंग का खुलासा?
शहर में शराब ठेकों पर ओवर रेटिंग की शिकायतें लगातार मिल रही थीं, जिसे जांचने के लिए जिलाधिकारी बंसल ने स्वयं ग्राहक बनकर ठेके पर जाने का फैसला किया। वह देहरादून के ओल्ड राजपुर रोड स्थित ठेके पर पहुंचे और व्हिस्की की एक बोतल मांगी। जिस बोतल की एमआरपी 660 रुपये थी, सेल्समैन ने उसके बदले 680 रुपये मांगे। जब जिलाधिकारी ने एमआरपी की बात कही, तो सेल्समैन ने उल्टा उनके साथ झगड़ा करना शुरू कर दिया। जैसे ही उसे पता चला कि वह जिलाधिकारी से बात कर रहा है, उसकी हालत खराब हो गई।
ओवर रेटिंग के खिलाफ प्रशासन की कार्रवाई
जिलाधिकारी ने मौके पर ही ओवर रेटिंग पर नाराजगी जताई और शराब ठेका संचालक पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया। इसके साथ ही स्टॉक रजिस्टर और अन्य दस्तावेजों की जांच भी की गई। प्रशासन ने इस पूरे घटनाक्रम की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई, ताकि कार्रवाई में पारदर्शिता बनी रहे।
कड़ी निगरानी के निर्देश
जिलाधिकारी बंसल ने ओवर रेटिंग की पड़ताल के लिए अतिरिक्त जांच दल भी गठित किए हैं। उन्होंने अपर जिलाधिकारी जय भारत सिंह और उपजिलाधिकारी हरगिरी व शालिनी नेगी को भी ठेकों की जांच के निर्देश दिए थे। इन अधिकारियों द्वारा की गई जांच में भी यही निष्कर्ष निकला कि ठेकों पर एमआरपी से अधिक राशि वसूली जा रही थी।
आबकारी विभाग की जांच में भी हुई पुष्टि
आबकारी विभाग की टीम ने देर रात तक कई ठेकों की जांच की, जिसमें पाया गया कि प्रति बोतल 10 रुपये से लेकर 60 रुपये तक की ओवर रेटिंग हो रही थी। यह भी देखा गया कि कई ठेकों के सेल्समैन ग्राहकों के साथ अपमानजनक व्यवहार कर रहे थे, खासकर जब ग्राहक एमआरपी की बात करते थे। इस व्यवहार पर भी जिला प्रशासन ने सख्त नाराजगी जताई है।
ग्राहकों से मिला फीडबैक
जिलाधिकारी के निर्देशानुसार, प्रशासन ने शराब खरीदने आए अन्य ग्राहकों से भी बात की। अधिकतर ग्राहकों ने शिकायत की कि ओवर रेटिंग की समस्या आम है और एमआरपी का जिक्र करने पर सेल्समैन अक्सर बदतमीजी पर उतर आते हैं। ग्राहकों का कहना था कि ठेकों पर किसी प्रकार की निगरानी नहीं होती और उन्हें अनावश्यक रूप से अधिक पैसे देने पड़ते हैं।
ओवर रेटिंग पर जुर्माने का नियम
जिला प्रशासन ने ठेकों पर ओवर रेटिंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई का नियम बनाया है। पहली बार पकड़े जाने पर 50,000 रुपये का जुर्माना, दूसरी बार 75,000 रुपये का जुर्माना और तीसरी बार या उससे अधिक बार पकड़े जाने पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
प्रशासन की सख्त हिदायत
जिलाधिकारी सविन बंसल ने सभी शराब ठेका संचालकों को हिदायत दी है कि ओवर रेटिंग और ग्राहकों से गलत व्यवहार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन का यह कदम इस प्रकार की गड़बड़ियों पर लगाम लगाने के लिए एक मिसाल बनेगा।