ब्रेकिंग न्यूज़

यूके ने वीजा नियमों में किया बड़ा बदलाव, भारतीय छात्रों को अब होंगे ये नए चैलेंज

यूके ने भारतीय छात्रों के लिए वीजा नियमों में किए बड़े बदलाव। नए नियमों से मासिक रखरखाव राशि और परिवार को साथ ले जाने की अनुमति पर होगा असर।

World Latest News: हर साल हजारों भारतीय छात्र अपनी उच्च शिक्षा के लिए यूके का रुख करते हैं, लेकिन हाल ही में लागू किए गए वीजा नियमों में बदलावों से छात्रों के लिए कई नए चैलेंज खड़े हो गए हैं। ये बदलाव विशेष रूप से उन विद्यार्थियों को प्रभावित करेंगे, जो स्नातकोत्तर या शोध कार्यक्रमों के लिए यूके में शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। यूके सरकार द्वारा किए गए इन नियमों के अंतर्गत कई प्रमुख बदलाव शामिल हैं, जो जनवरी 2024 से प्रभावी होंगे।

क्या हैं नए नियम?

1. परिवार लाने की अनुमति में बदलाव

पहले, स्नातकोत्तर और शोध कर रहे विद्यार्थियों को उनके परिवार (पति/पत्नी, बच्चों, माता-पिता) को साथ लाने की अनुमति थी। लेकिन अब नए नियमों के अनुसार, केवल शोध (PHD) करने वाले छात्रों को ही परिवार को साथ लाने की अनुमति होगी। अन्य छात्रों को इसका लाभ नहीं मिलेगा। यह बदलाव न केवल भारत बल्कि कई अन्य देशों के छात्रों को भी प्रभावित करेगा।

2. वित्तीय आवश्यकताओं में बदलाव

यूके में पढ़ाई करने वाले छात्रों को अब अधिक मासिक रखरखाव राशि की आवश्यकता होगी।

  • पहले: लंदन में पढ़ने वाले छात्रों के लिए प्रति माह £1334 (लगभग 1,47,564 रुपये) और लंदन से बाहर वालों के लिए £1023 (लगभग 1,13,161 रुपये) की राशि का प्रावधान था।
  • अब: जनवरी 2025 से लंदन में रहने वाले छात्रों को प्रति माह £1483 (लगभग 1,64,047 रुपये) और लंदन से बाहर के छात्रों को £1136 (लगभग 1,25,680 रुपये) की राशि उपलब्ध करनी होगी।

यह बढ़ी हुई राशि छात्रों के वित्तीय बोझ को और बढ़ा सकती है, खासकर उन छात्रों के लिए जो सीमित साधनों के साथ विदेश में पढ़ाई करने का सपना देखते हैं।

वीज़ा नियमों में अन्य महत्वपूर्ण बदलाव

1. ग्रेस पीरियड की समाप्ति

पहले, छात्रों को वीज़ा समाप्ति के बाद कुछ समय का ग्रेस पीरियड मिलता था, ताकि वे अपना वीज़ा रिन्यू करवा सकें। लेकिन अब इस ग्रेस पीरियड को समाप्त कर दिया गया है। इसके परिणामस्वरूप, अगर वीजा समाप्त हो जाता है और छात्र समय पर रिन्यू नहीं करवा पाते हैं, तो उन्हें यूके छोड़ना होगा।

2. ग्रेजुएट वीज़ा में बदलाव

पहले, ग्रेजुएट वीज़ा के लिए छात्र यूके के बाहर से भी आवेदन कर सकते थे, लेकिन अब उन्हें शारीरिक रूप से यूके में उपस्थित होना अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही, यह भी अनिवार्य किया गया है कि छात्र अपना कोर्स पूरा करने के बाद ही ग्रेजुएट वीज़ा के लिए पात्र होंगे।

काम करने का विकल्प

नए वीजा नियमों के लागू होने से पहले जो छात्र यूके में रह रहे हैं, वे वर्क वीजा स्विच करने का विकल्प देख सकते हैं। यदि वे स्किल्ड वर्कर का मानदंड पूरा करते हैं, तो वे अध्ययन के बजाय रोजगार के आधार पर यूके में रह सकते हैं। हालांकि, यह विकल्प केवल उन्हीं छात्रों के लिए उपलब्ध होगा जो पोस्ट स्टडी वर्क (PSW) की शर्तों को पूरा करते हैं।

नए नियमों का प्रभाव

यूके के वीज़ा नियमों में किए गए इन बदलावों से भारतीय छात्रों के लिए कई नए चैलेंज खड़े हो सकते हैं। जो छात्र अपनी पढ़ाई के लिए यूके जाने का सपना देख रहे हैं, उन्हें अब अधिक वित्तीय संसाधनों की आवश्यकता होगी। इसके साथ ही, परिवार को साथ ले जाने की अनुमति में बदलाव से छात्रों को अपने फैसले पर पुनर्विचार करना पड़ सकता है।

यूके हमेशा से भारतीय छात्रों के लिए एक प्रमुख शिक्षा गंतव्य रहा है, लेकिन इन नए नियमों के बाद अब छात्रों को और अधिक तैयारी के साथ यूके जाने की योजना बनानी होगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
×