आदमपुर में कुलदीप और भव्य बिश्नोई को भारी विरोध का सामना, पंचायत में माफी मांगी, पीछे दौड़े लोग
Haryana BJP Kuldeep Bishnoi Bhavya Bishnoi Protest Update: हरियाणा के आदमपुर विधानसभा में कुलदीप और भव्य बिश्नोई को प्रचार के दौरान ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। जानें पूरी घटना और प्रशासन की प्रतिक्रिया।
हरियाणा के हिसार जिले के आदमपुर विधानसभा क्षेत्र में प्रचार करने गए कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई और उनके बेटे, विधायक भव्य बिश्नोई को ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। प्रचार के दौरान उत्पन्न विवाद इतना बढ़ गया कि कुलदीप बिश्नोई को खुद पंचायत में जाकर माफी मांगनी पड़ी। घटना के बाद प्रशासन ने बिश्नोई परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी है, और मामले की जांच शुरू हो चुकी है।
विरोध और धक्का-मुक्की की घटना
यह घटना आदमपुर के कुतियावाली गांव में हुई, जब कुलदीप और भव्य बिश्नोई अपने काफिले के साथ सुबह 9:30 बजे गांव की चौपाल पहुंचे थे। इस दौरान भव्य बिश्नोई ने गांव के विकास कार्यों का जिक्र किया और बताया कि गांव में 71 लाख रुपये के विकास कार्य हुए हैं। लेकिन उनके इस दावे पर ग्रामीण भड़क उठे और उन्होंने भव्य से इन कार्यों का ब्योरा मांगा। इसी बीच भव्य और कुछ ग्रामीणों के बीच कहासुनी हो गई, जिसके चलते माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
कैसे बिगड़ी स्थिति?
ग्रामीणों का गुस्सा उस वक्त और बढ़ गया जब भव्य ने एक युवक से वीडियो बनाने से मना किया, लेकिन युवक ने वीडियो बनाना जारी रखा। इसके बाद भव्य का हाथ युवक से टकराया और उसका मोबाइल गिरकर टूट गया। इस घटना के बाद भीड़ भड़क गई और वहां धक्का-मुक्की की स्थिति बन गई। माहौल को बिगड़ता देख कुलदीप बिश्नोई ने बीच-बचाव करने की कोशिश की, लेकिन स्थिति काबू में नहीं आ सकी। आखिरकार, बिश्नोई पिता-पुत्र ने वहां से निकलने का निर्णय लिया और अपनी कार में बैठकर गांव छोड़ दिया।
कुलदीप बिश्नोई ने मांगी माफी
इस घटना के बाद कुलदीप बिश्नोई ने गांव में हुई पंचायत में जाकर माफी मांगी। उन्होंने पंचायत को संबोधित करते हुए कहा, “आदमपुर के सभी लोग मेरे परिवार की तरह हैं। आप सभी मेरे परिवार के सदस्य हैं और हमारे परिवार में कोई अहंकार नहीं है। जो भी हुआ उसके लिए मैं और भव्य माफी मांगते हैं।” कुलदीप ने यह भी कहा कि उनके और भव्य के बीच कोई अहंकार नहीं है, और जो भी हुआ उसे वह दुर्भाग्यपूर्ण मानते हैं।
किसान आंदोलन में समर्थन का जिक्र
पंचायत के दौरान कुलदीप ने गांव के किसानों को यह भी याद दिलाया कि जब हरियाणा में किसान आंदोलन हुआ था, तो वह और उनके बेटे भव्य दोनों किसानों का समर्थन करने बॉर्डर तक गए थे। हालांकि, ग्रामीणों ने इस बात को ज्यादा तवज्जो नहीं दी और उनसे कहा कि वह अपने कार्यकर्ताओं और साथियों को समझाएं कि किसानों का अपमान न करें।
प्रशासनिक जांच और सुरक्षा बढ़ाई गई
घटना के बाद प्रशासन भी तुरंत हरकत में आया। डीसी प्रदीप दहिया ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी दीपक सहारण से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने आदमपुर में विशेष निगरानी रखने की सलाह दी है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों। इस बीच, कुलदीप और भव्य बिश्नोई की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। प्रशासन अब अन्य उम्मीदवारों को भी सुरक्षा मुहैया कराने पर विचार कर रहा है।
क्या कहते हैं ग्रामीण?
ग्रामीणों का आरोप है कि बिश्नोई परिवार ने उनके साथ हमेशा सौतेला व्यवहार किया है और गांव के विकास कार्यों में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। उनका कहना है कि भव्य द्वारा किए गए विकास कार्यों का कोई सबूत नहीं है, और उन्होंने जो दावा किया वह केवल कागजों तक ही सीमित है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि बिश्नोई परिवार गांव की समस्याओं को नजरअंदाज करता आ रहा है।