राजनीति

हरियाणा में इनेलो और गोपाल कांडा की हलोपा के बीच गठबंधन टूटने के आसार, अभय चौटाला ने दिए संकेत

Haryana News: हरियाणा की राजनीति में इनेलो और गोपाल कांडा की हलोपा पार्टी के बीच गठबंधन टूटने के संकेत मिले हैं। अभय चौटाला ने कहा है कि हलोपा को बीजेपी का समर्थन मिल रहा है, जिसके बाद गठबंधन पर पुनः विचार किया जाएगा।

Haryana News: हरियाणा की राजनीति में एक नया मोड़ आता दिख रहा है, जहां इनेलो (इंडियन नेशनल लोकदल) और गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा (हरियाणा लोकहित पार्टी) के बीच गठबंधन टूटने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। इनेलो के वरिष्ठ नेता अभय सिंह चौटाला ने आज इस बारे में स्पष्ट संकेत दिए हैं, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई है। आइए जानें कि इस गठबंधन में दरार क्यों आ सकती है और इसके पीछे के कारण क्या हैं।

गठबंधन टूटने के संकेत

अभय सिंह चौटाला ने आज ऐलनाबाद हलके के दौरे के दौरान कई गांवों में जनसभाओं को संबोधित किया। इसके बाद एक गांव में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने साफ किया कि इनेलो और हलोपा के बीच गठबंधन पर पुनः विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमें यह जानकारी मिली है कि गोपाल कांडा को बीजेपी का समर्थन प्राप्त है। ऐसे में हम गठबंधन पर दोबारा से विचार विमर्श करेंगे।”

Table: इनेलो-हलोपा गठबंधन स्थिति

पार्टीगठबंधन स्थिति
इनेलो (INLD)पुनर्विचार की स्थिति
हलोपा (HLP)बीजेपी से समर्थन का संकेत

गोपाल कांडा का बीजेपी समर्थन

अभय चौटाला ने यह भी संकेत दिया कि उन्हें यह जानकारी प्राप्त हुई है कि गोपाल कांडा की पार्टी को बीजेपी से समर्थन मिल रहा है। ऐसे में इनेलो को गठबंधन की प्रासंगिकता पर नए सिरे से सोचने की जरूरत महसूस हो रही है। चौटाला का बयान इस बात का संकेत देता है कि बीजेपी का अप्रत्यक्ष समर्थन कांडा को इनेलो-हलोपा गठबंधन में दरार की वजह बन सकता है।

इनेलो-बसपा गठबंधन की मजबूती

अभय सिंह चौटाला ने अपनी प्रेस वार्ता के दौरान इनेलो और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन की संभावनाओं को लेकर भी अपनी बात रखी। उन्होंने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनावों में इनेलो-बसपा गठबंधन की सरकार बनने जा रही है। सिरसा समेत अन्य जिलों में भी इनेलो-बसपा गठबंधन के प्रत्याशियों की जीत की संभावना प्रबल है।

उन्होंने कहा, “इनेलो-बसपा गठबंधन मजबूत स्थिति में है और सिरसा ही नहीं, बल्कि अन्य कई जिलों में भी हमारे प्रत्याशी जीत हासिल करेंगे।”

हलोपा का भविष्य

गोपाल कांडा की हलोपा पार्टी के लिए इस गठबंधन का टूटना एक बड़ा झटका हो सकता है, क्योंकि यह उसे प्रदेश की राजनीति में महत्वपूर्ण स्थिति में बनाए रखता था। अगर इनेलो और हलोपा का गठबंधन टूटता है, तो कांडा की पार्टी को अपने राजनीतिक भविष्य के लिए अन्य विकल्पों की तलाश करनी पड़ सकती है। इसके अलावा, कांडा पर बीजेपी के साथ गठजोड़ करने के आरोपों का भी राजनीतिक भविष्य पर असर पड़ सकता है।

राजनीतिक परिणाम

हरियाणा की राजनीति में गठबंधन और टूट के इस खेल का बड़ा असर देखने को मिलेगा। इनेलो और हलोपा के बीच दरार ने विपक्षी दलों के समीकरणों को नया रूप दे दिया है। इससे चुनावी नतीजों पर भी असर पड़ सकता है, खासकर जब इनेलो-बसपा गठबंधन ने पहले ही अपनी स्थिति को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ा लिए हैं।

Sandeep Kumar

नमस्कार! उमंग हरियाणा पर फ़िलहाल कंटेंट राइटर का काम कर रहा हूँ। आपको हरियाणा की ताज़ा हिंदी ख़बरों और देश-विदेश की ट्रेंडिंग न्यूज़ से आपको अपडेट रखना मेरा काम है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
×