Haryana Election 2024: बागियों को मनाने में जुटे रहे कांग्रेस-भाजपा, नाम वापसी का अंतिम दिन आज
Haryana Election 2024: हरियाणा विधानसभा चुनाव में आज नाम वापसी का अंतिम दिन है, और भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों के सामने बागियों को मनाने की चुनौती बनी हुई है। भाजपा तीसरी बार सत्ता में आने की कोशिश में लगी है, वहीं कांग्रेस सत्ता में वापसी के लिए प्रयासरत है। दोनों ही दलों के वरिष्ठ नेता दिन-रात बागियों को मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
भाजपा की रणनीति: बागियों को मनाने की कोशिश
भाजपा ने अपने नाराज नेताओं को मनाने के लिए वरिष्ठ नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। केंद्रीय मंत्री नायब सिंह सैनी, रामबिलास शर्मा, और धर्मेंद्र प्रधान बागी नेताओं के घर पहुंचे। नारनौल में भारती सैनी से मुलाकात कर उन्हें चुनाव से पीछे हटाने की कोशिश की गई। करनाल में, मेयर रेणु बाला गुप्ता को मनाने के लिए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहुंचे, साथ ही उनके पति बृज भूषण गुप्ता को भाजपा ने जिलाध्यक्ष भी नियुक्त कर दिया।
हिसार में पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल और पूर्व मेयर गौतम सरदाना को भी मनाने की कोशिश जारी है। संभावना है कि पार्टी गौतम सरदाना को मना सकती है। वहीं, भाजपा के दर्शन गिरी को मनाने की भी कोशिशें जारी हैं।
कांग्रेस: बागियों की नाराजगी बरकरार
कांग्रेस के कई बागी नेताओं ने अब तक पार्टी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। चित्रा सरवारा, रोहिता रेवड़ी, और विजय जैन जैसे नेता निर्दलीय चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं। हालांकि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने रोहिता रेवड़ी से संपर्क किया है, लेकिन अब तक सहमति नहीं बन पाई है।
कांग्रेस के लिए अच्छी खबर यह है कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के गुट के राजकुमार शर्मा ने समर्थन देने का निर्णय लिया है, लेकिन कुमारी सैलजा गुट के नेता अब भी असहमत हैं।
भारती सैनी और नरेश ढांडे आज लेंगे फैसला
नारनौल से निर्दलीय प्रत्याशी भारती सैनी और कैथल के गुहला से निर्दलीय प्रत्याशी नरेश ढांडे ने सोमवार को बैठक बुलाई है। दोनों नेता चुनाव से नाम वापसी पर विचार कर रहे हैं और आज अपने समर्थकों के साथ बैठक के बाद फैसला लेंगे।
इस तरह, हरियाणा विधानसभा चुनाव में बागियों की भूमिका महत्वपूर्ण हो गई है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के सामने बागियों को मनाना एक चुनौती बना हुआ है, जो उनके चुनावी गणित को प्रभावित कर सकता है।