UPI New Rule: बदल गए UPI से जुड़े नियम, आज से होंगे लागू,
UPI New Rule: NPCI ने UPI पेमेंट्स के लिए ट्रांजेक्शन लिमिट को 1 लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है। जानिए नए नियमों के बारे में पूरी जानकारी।
UPI New Rule: यूपीआई (UPI) उपयोगकर्ताओं के लिए एक बड़ी अपडेट सामने आई है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यूपीआई के माध्यम से कुछ विशेष लेनदेन के लिए ट्रांजेक्शन लिमिट को बढ़ा दिया है। अब उपयोगकर्ता 1 लाख रुपये की बजाय 5 लाख रुपये तक का ट्रांजेक्शन कर सकेंगे। ये नए नियम 16 सितंबर 2024 से प्रभावी होंगे, जिससे टैक्स भुगतान, अस्पताल बिल और शैक्षणिक संस्थानों के भुगतान जैसे विशेष लेनदेन पर यह सुविधा मिलेगी।
आरबीआई की मौद्रिक नीति के तहत लिया गया फैसला
इस बदलाव की घोषणा भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी मौद्रिक नीति समिति की 8 अगस्त 2024 की बैठक में की थी। आरबीआई ने यह कदम यूपीआई (UPI) को बड़े ट्रांजेक्शंस के लिए और अधिक उपयोगी बनाने और टैक्स भुगतान प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए उठाया है। एनपीसीआई ने बैंकों, यूपीआई ऐप्स और अन्य पेमेंट्स सर्विस प्रोवाइडर्स को नए नियमों के अनुपालन का निर्देश दिया है।
किन लेनदेन पर लागू होंगे नए नियम?
यूपीआई की नई ट्रांजेक्शन लिमिट केवल कुछ खास प्रकार के लेनदेन पर लागू होगी। एनपीसीआई ने घोषणा की है कि टैक्स भुगतान, आईपीओ (IPO), आरबीआई रिटेल स्कीम, अस्पताल और मेडिकल बिल, तथा शैक्षणिक संस्थानों के भुगतानों के लिए ट्रांजेक्शन लिमिट अब 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है। इसका लाभ उठाने के लिए यूजर्स को अपने बैंक और यूपीआई ऐप को वेरिफाई करना होगा।
लेनदेन का प्रकार | पुरानी लिमिट | नई लिमिट |
---|---|---|
टैक्स भुगतान | 1 लाख रु | 5 लाख रु |
आईपीओ (IPO) | 1 लाख रु | 5 लाख रु |
आरबीआई रिटेल स्कीम | 1 लाख रु | 5 लाख रु |
अस्पताल एवं मेडिकल बिल | 1 लाख रु | 5 लाख रु |
शैक्षणिक संस्थानों के भुगतान | 1 लाख रु | 5 लाख रु |
अन्य पेमेंट्स के लिए UPI लिमिट
सभी यूपीआई पेमेंट्स पर यह नया नियम लागू नहीं होगा। कुछ विशेष पेमेंट्स जैसे कि पियर-टू-पियर पेमेंट्स (P2P) और बीमा, कैपिटल मार्केट और विदेशी आवक प्रेषण से संबंधित यूपीआई लेनदेन पर अलग-अलग ट्रांजेक्शन लिमिट लागू होती है। उदाहरण के लिए, HDFC बैंक और ICICI बैंक जैसी प्रमुख बैंकें पियर-टू-पियर ट्रांजेक्शन के लिए 1 लाख रुपये की सीमा रखती हैं। वहीं, कैपिटल मार्केट और विदेशी लेनदेन से जुड़ी यूपीआई ट्रांजेक्शन की लिमिट 2 लाख रुपये है।
पेमेंट का प्रकार | लिमिट (रु) |
---|---|
पियर-टू-पियर पेमेंट्स | 1 लाख रु |
बीमा, कैपिटल मार्केट और विदेशी प्रेषण | 2 लाख रु |
टैक्स भुगतान और मेडिकल बिल | 5 लाख रु |
UPI ऐप्स के लिए अलग-अलग ट्रांजेक्शन लिमिट
यूपीआई ऐप्स जैसे PhonePe, Google Pay, Paytm आदि पर भी ट्रांजेक्शन लिमिट अलग-अलग हो सकती है। कुछ बैंकों द्वारा दैनिक यूपीआई ट्रांजेक्शन लिमिट भी निर्धारित की जा सकती है, जिससे यूजर्स को अपने बैंकों की निर्धारित सीमाओं के अनुसार लेनदेन करना होगा।
UPI के नए नियमों का फायदा कैसे उठाएं?
नए नियमों का लाभ उठाने के लिए यूपीआई यूजर्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका बैंक और यूपीआई ऐप वेरिफाई हो। इसके बाद, वे 1 लाख रुपये से ऊपर के लेनदेन के लिए यूपीआई का उपयोग कर सकेंगे। यह बदलाव बड़े अमाउंट के लेनदेन और टैक्स भुगतान के लिए यूपीआई के उपयोग को आसान और सुविधाजनक बनाएगा।