फर्जी पुलिस बन गोपनीय जांच के नाम पर वीडियो कॉल पर उतरवाए कपड़े, फिर करने लगे ब्लैकमेल, जानिये पूरा मामला
Crime Desk, Mumbai : अज्ञात मोबाइल नंबर से आई एक कॉल ने मुंबई की एक 36 वर्षीय महिला वकील की जिंदगी को पूरी तरह से बदल दिया। यह घटना अंधेरी ईस्ट की है, जहां साइबर जालसाजों ने महिला को ब्लैकमेल कर 50,000 रुपये की ठगी की। इस घटना ने पूरे शहर को हैरान कर दिया है।
साइबर जालसाजों का शिकार बनीं महिला वकील
पीड़िता, जो अंधेरी ईस्ट के साकीनाका में रहती हैं, के मुताबिक, एक अज्ञात कॉल पर उसे मनी लॉन्ड्रिंग के झूठे मामले में गिरफ्तार करने की धमकी दी गई। इसके बाद, जालसाजों ने “गोपनीय जांच” के बहाने उसे वीडियो कॉल पर कपड़े उतारने के लिए मजबूर किया। महिला से कहा गया कि ये एक नियमित जांच है, जिसमें चोट के निशानों का निरीक्षण किया जाना था।
ब्लैकमेल और ठगी का शिकार
महिला ने जब इस जांच में सहयोग किया और कपड़े उतारे, तो जालसाजों ने बाद में उसे वीडियो कॉल की रिकॉर्डिंग से ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। आरोपियों ने महिला से 50,000 रुपये मांगे और पैसे न देने पर उसकी बिना कपड़ों की तस्वीरें सार्वजनिक करने की धमकी दी।
कैसे किया गया ठगी का जाल तैयार?
महिला वकील ने अपनी शिकायत में बताया कि जालसाजों ने खुद को टेलीकॉम अथॉरिटी से बताया और कहा कि उसके नाम से पंजीकृत मोबाइल नंबर का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग गतिविधियों में हो रहा है। इसके बाद उसे अंधेरी पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर से बचने के लिए “गोपनीय जांच” में सहयोग करने की धमकी दी गई। महिला को यह भी बताया गया कि वह इस जांच के दौरान किसी को कुछ न बताए, क्योंकि यह बेहद गोपनीय है।
जालसाजों के झांसे में आई पीड़िता
जालसाजों की धमकी से डरकर महिला वकील ने वैसा ही किया, जैसा उनसे कहा गया था। महिला को पवई के एक होटल में चेक-इन करने के लिए कहा गया, जहां वीडियो कॉल पर महिला अधिकारी द्वारा उसका निरीक्षण किया गया। इसके बाद आरोपियों ने महिला से 50,000 रुपये ट्रांसफर करने को कहा।
ठगी का खुलासा और पुलिस शिकायत
जब जालसाजों की लगातार धमकियों से तंग आकर महिला ने अपने पति को सारी सच्चाई बताई, तो उन्हें एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुकी है। इसके बाद पीड़िता ने पुलिस से संपर्क किया और मामला दर्ज कराया।
पुलिस की कार्रवाई
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने बैंक खाते की जानकारी मांगी है, जिसमें पैसे ट्रांसफर किए गए हैं, और खाते को ब्लॉक करने के निर्देश भी दिए गए हैं।
साइबर ठगी से कैसे बचें?
इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए, लोगों को सतर्क रहना बेहद जरूरी है। साइबर अपराधी अक्सर खुद को पुलिस या अन्य सरकारी अधिकारी बताकर ठगी करते हैं। किसी भी अज्ञात कॉल या वीडियो कॉल पर निजी जानकारी या फोटो साझा करने से बचें। अगर आपके पास भी इस तरह की कोई कॉल आती है, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन या साइबर क्राइम शाखा से संपर्क करें और शिकायत दर्ज कराएं।