खेती बाड़ी

धान की फसल में फुटकाव और पीलापन, 7 दिनों में सुधार के लिए दो आसान उपाय

Dhan Me Pilapan: धान की फसल में फुटकाव और पत्तियों के पीलेपन की समस्या को दूर करने के लिए 7 दिनों में असरकारी दो उपाय जानें।

dhan me pilapan kaise dur kare: किसानों के लिए धान की फसल महत्वपूर्ण होती है, लेकिन कई बार 40-50 दिन की फसल में फुटकाव कम होने और पत्तियों के पीलेपन जैसी समस्याएं आ जाती हैं। इससे उत्पादन पर भी असर पड़ता है। ऐसे में किसान घबराते हैं, लेकिन अब चिंता की बात नहीं है। इस लेख में हम आपको दो ऐसे उपाय बताएंगे जिनसे आप अपनी फसल को केवल 7 दिनों में सुधार सकते हैं।

धान की फसल में पोषक तत्वों की कमी का असर

जब धान की फसल 40-50 दिन की हो जाती है, तो यह पौधों के अच्छे फुटकाव और वृद्धि का महत्वपूर्ण समय होता है। इस समय अगर पौधों को सही पोषण नहीं मिलता, तो फुटकाव रुक जाता है और पत्तियों में पीलापन आने लगता है।

फसल के इस चरण में पौधों को नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटेशियम जैसे मुख्य पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है। इनकी कमी के कारण ही पौधे कमजोर हो जाते हैं और उत्पादन में कमी आती है।

पहला उपाय: पोषण का सही संयोजन

किसानों को इस समय धान की फसल में पोषक तत्वों की भरपाई के लिए कुछ विशेष उत्पादों का उपयोग करना चाहिए।

धान की फसल को पोषण देने के लिए आवश्यक सामग्री:

सामग्रीमात्रा (प्रति एकड़)लाभ
फेरस सल्फेट (19%)500 ग्रामपत्तियों के पीलेपन को दूर करने में मदद करता है।
मैग्नीशियम सल्फेट800 ग्रामक्लोरोफिल के निर्माण में सहायक।
यूरिया1 किलोग्रामनाइट्रोजन का स्रोत, फुटकाव को बढ़ाता है।
जिंक सल्फेट (33%)500 ग्राममाइक्रोन्यूट्रिएंट जो पौधों के विकास में मदद करता है।
बोरॉन100 ग्रामफूलों के विकास के लिए आवश्यक।

इन सभी सामग्री को पानी में मिलाकर धान के पौधों पर छिड़काव करें। इससे फसल में तुरंत सुधार दिखेगा, पत्तियों की हरियाली बढ़ेगी और नए कल्ले निकलने लगेंगे।

दूसरा उपाय: बायोस्टिमुलेंट और संतुलित उर्वरक का प्रयोग

इसके अलावा, आप अपनी धान की फसल के लिए एक और तरीका आजमा सकते हैं।

धान की फसल के सुधार के लिए अन्य सामग्री:

सामग्रीमात्रा (प्रति एकड़)लाभ
सागरिका (लिक्विड बायोस्टिमुलेंट)250 मिलीपौधों की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है।
एनपीके 18-18-181 किलोग्रामसंतुलित उर्वरक जो फसल को तीन प्रमुख पोषक तत्व देता है।

सागरिका और एनपीके 18-18-18 को 150 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। यह पौधों को ज़रूरी पोषक तत्व देगा, जड़ों को मजबूत करेगा और पीलापन से छुटकारा दिलाएगा। इसके परिणामस्वरूप फसल की पैदावार में बढ़ोतरी होगी और नए कल्ले भी जल्दी निकलेंगे।

धान की फसल के लिए जरूरी सलाह

इन उपायों को आजमाने से पहले, यह सलाह दी जाती है कि आप अपने नजदीकी कृषि सलाह केंद्र से सलाह जरूर लें। इन उत्पादों का सही मात्रा और समय पर उपयोग करने से धान की फसल में सकारात्मक परिणाम मिलेंगे।

इन दोनों उपायों से आप अपनी फसल की पैदावार को तेजी से बढ़ा सकते हैं और मात्र 7 दिनों के अंदर सुधार देख सकते हैं।

AMIT KUMAR

नमस्कार! तेजी से बढ़ते और बदलते डिजिटल युग में उमंग हरियाणा पर कंटेंट राइटर का काम कर रहा हूँ। ताज़ा हिंदी ख़बरों और ट्रेंडिंग न्यूज़ से आपको अपडेट रखना मेरा काम है।

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