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नया टोल सिस्टम: अब टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं, जानिए कैसे काम करेगा

New Toll System: भारत में नया टोल सिस्टम लागू होने वाला है, जिससे टोल प्लाजा पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जानिए इस नए GPS आधारित प्रणाली के बारे में, कैसे काम करेगा और फास्टैग की स्थिति क्या होगी।

New Toll System: देश में टोल वसूली के लिए एक नई प्रणाली का आगाज़ हो चुका है, जो न केवल ट्रैफिक को सुगम बनाएगी बल्कि टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता को भी समाप्त कर देगी। इस नए सिस्टम के तहत वाहन बिना रुके टोल प्लाजा को पार कर सकेंगे। हालांकि, इस प्रणाली के पूरी तरह लागू होने में कुछ समय लगेगा। आइए जानते हैं कि इस नए टोल सिस्टम के नियम और कामकाज के तरीके क्या हैं।

नए टोल सिस्टम की विशेषताएँ

1. कमर्शियल वाहनों के लिए पहला चरण: नया टोल सिस्टम वर्तमान में केवल कमर्शियल वाहनों के लिए लागू किया गया है। इन वाहनों पर इस प्रणाली की टेस्टिंग की जा रही है, और भविष्य में इसे प्राइवेट व्हीकल्स के लिए भी लागू किया जा सकता है। यह नया सिस्टम GPS आधारित है, जिससे टोल वसूली को अधिक सुगम और स्वचालित बनाया जा सके।

2. हाइवे के पास रहने वाले लोगों को राहत: नई प्रणाली के तहत, उन लोगों को राहत मिलेगी जो अपने घरों को हाइवे के पास पाते हैं। ऐसे लोग 20 किलोमीटर तक की यात्रा मुफ्त में कर सकेंगे। यदि उनकी यात्रा 20 किलोमीटर से अधिक है, तो उन्हें टोल का भुगतान करना होगा।

3. गाड़ियों में इंस्टालेशन: इस सिस्टम को लागू करने के लिए हर वाहन में एक विशेष मशीन लगाई जाएगी। यह मशीन GNSS (ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम) की लाइन का उपयोग करेगी। यदि कोई वाहन गलत लेन में जाता है, तो उससे दोगुना जुर्माना वसूला जाएगा। इस मशीन की इंस्टालेशन लागत लगभग 4000 रुपये तक हो सकती है।

नया टोल सिस्टम कैसे काम करेगा?

1. GPS आधारित वर्चुअल टोलिंग: नया टोल सिस्टम पूरी तरह से GPS आधारित होगा। जब वाहन हाईवे पर चढ़ेगा, तो यह सिस्टम एक्टिव हो जाएगा और सैटेलाइट के माध्यम से टोल टैक्स तय करेगा। इसके बाद, टोल की राशि वाहन मालिक से वसूली जाएगी।

2. बिना रुके टोल वसूली: इस सिस्टम के तहत वाहन टोल प्लाजा पर बिना रुके गुजर सकते हैं। टोल के स्थान वर्चुअल होंगे, जिसका मतलब है कि वाहन मालिकों को किसी भी भौतिक टोल बूथ पर रुकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यह प्रणाली ट्रैफिक जाम और समय की बर्बादी को कम करने में मदद करेगी।

फास्टैग की स्थिति

नए टोल सिस्टम के आने से फास्टैग के समाप्त होने का सवाल भी उठ रहा है। हालांकि, वर्तमान में फास्टैग को पूरी तरह से खत्म करने में समय लगेगा। नया सिस्टम अभी हाईब्रिड मोड में चल रहा है और फास्टैग को पूरी तरह से खत्म करने से पहले इसकी सफलतापूर्वक परीक्षण और कार्यान्वयन की आवश्यकता है।

अंतिम विचार

नया टोल सिस्टम भारतीय परिवहन व्यवस्था में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है, जो ट्रैफिक को सुगम बनाएगा और यात्रा को अधिक सुविधाजनक बनाएगा। इसके प्रभावी कार्यान्वयन से यातायात की समस्याओं में कमी आ सकती है और टोल वसूली प्रक्रिया को और अधिक स्वचालित और प्रभावी बनाया जा सकता है।

Sandeep Kumar

नमस्कार! उमंग हरियाणा पर फ़िलहाल कंटेंट राइटर का काम कर रहा हूँ। आपको हरियाणा की ताज़ा हिंदी ख़बरों और देश-विदेश की ट्रेंडिंग न्यूज़ से आपको अपडेट रखना मेरा काम है।

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