राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास की ओर से एक और बड़ा ऐलान, Notification जारी
डेरा ब्यास प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों का बड़ा फैसला: 3 जोन में बंटा संगठन, नए कोऑर्डिनेटर्स की नियुक्ति
अमृतसर/ब्यास, 12 सितंबर 2024 – डेरा ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने अपने उत्तराधिकारी की घोषणा के बाद एक और महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए डेरा की सेवा और संगठनात्मक ढांचे में बड़े बदलाव किए हैं। इस बदलाव के तहत देशभर के विभिन्न राज्यों के लिए नए कोऑर्डिनेटर्स की नियुक्ति की गई है। इसके लिए डेरा को तीन जोन में बांटा गया है, जिसमें हर जोन के लिए अलग-अलग राज्यों के कोऑर्डिनेटर्स का ऐलान किया गया है।
संगठनात्मक ढांचे में बदलाव: 3 जोन और नए कोऑर्डिनेटर्स की नियुक्ति
डेरा ब्यास ने अपने संगठन को बेहतर और अधिक प्रभावी बनाने के लिए तीन जोन में विभाजित किया है। हर जोन में विभिन्न राज्यों की जिम्मेदारियां नए कोऑर्डिनेटर्स को सौंपी गई हैं, ताकि डेरों की सेवा सुचारू रूप से चल सके।
जोन 1: पंजाब, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और उत्तराखंड
जोन 1 के तहत पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, और उत्तराखंड के कोऑर्डिनेटर्स की नियुक्ति की गई है।
राज्य | कोऑर्डिनेटर का नाम |
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पंजाब | डॉ. के.डी. सिंह |
हिमाचल प्रदेश-1 | मान सिंह कश्यप |
हिमाचल प्रदेश-2 | मनचंद चौहान |
जम्मू-कश्मीर | वेद राज अंगुराना |
उत्तराखंड | सचिन चोपड़ा |
हरियाणा | मुकेश तलवार |
जोन 2: राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़
जोन 2 के अंतर्गत राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ को कवर किया गया है, जहां नए कोऑर्डिनेटर्स नियुक्त किए गए हैं।
राज्य | कोऑर्डिनेटर का नाम |
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राजस्थान | सीता राम चोपड़ा |
मध्य प्रदेश | मियांक सेठी |
छत्तीसगढ़ | रवि पटनानी |
जोन 3: दक्षिणी और पूर्वी भारत के राज्यों की जिम्मेदारी
जोन 3 में दक्षिणी और पूर्वी भारत के राज्यों के लिए 9 कोऑर्डिनेटर्स की नियुक्ति की गई है। इन राज्यों में महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक, बिहार, झारखंड आदि शामिल हैं।
राज्य/क्षेत्र | कोऑर्डिनेटर का नाम |
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पश्चिम बंगाल और सिक्किम | पामल कपूर |
महाराष्ट्र-1 | अजीत पाल सिंह गबाड़िया |
महाराष्ट्र-2 | हितेन सेठी |
गुजरात | प्रकाश कुकरेजा |
नेपाल | राजेश प्रुथी |
कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु | रफीक अहमद |
आंध्र प्रदेश | आर. शंकर |
तेलंगाना | लक्ष्मण टी नानवानी |
बिहार, झारखंड, सिक्किम | हरीश मुंजाल |
डेरा ब्यास की नई संरचना: सेवा में सुधार की दिशा में बड़ा कदम
बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों द्वारा उठाए गए इस कदम को डेरा की सेवा को और अधिक प्रभावी और व्यवस्थित बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। संगठनात्मक ढांचे में यह बदलाव डेरों की सेवा और अनुयायियों तक सेवा के संचालन को सुगम बनाने के लिए किया गया है। इसके अलावा, प्रत्येक राज्य के लिए नियुक्त किए गए कोऑर्डिनेटर्स को विशेष जिम्मेदारियां दी गई हैं ताकि वे स्थानीय स्तर पर सेवाओं का बेहतर ढंग से प्रबंधन कर सकें।
यह बदलाव तत्काल प्रभाव से लागू हो चुके हैं और डेरा ब्यास ने इसकी आधिकारिक घोषणा भी कर दी है।
भविष्य की दिशा और संगठनात्मक बदलाव
इस संगठनात्मक बदलाव के बाद डेरा ब्यास के अनुयायियों को आशा है कि सेवाओं का संचालन और बेहतर होगा। बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों की इस पहल को संगठन की क्षमता और विस्तार को देखते हुए महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।