Haryana Weather Update: हरियाणा में आज भारी बारिश का अलर्ट, 6 जिलों में ऑरेंज और अन्य में येलो अलर्ट जारी
Haryana Weather Update: हरियाणा के कई जिलों में भारी बारिश की संभावना के चलते मौसम विभाग ने येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जानें किन जिलों में भारी बारिश होगी और कैसे आप इससे बचाव कर सकते हैं।
Heavy rain in Haryana: नई दिल्ली, 12 सितंबर 2024 — हरियाणा के कई जिलों में आज और अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना है। इसके लिए मौसम विभाग ने येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है। राज्य में 11 सितंबर से 14 सितंबर तक तेज बारिश के चलते संभावित बाढ़ और जलभराव की चेतावनी दी गई है। आइए जानते हैं कि किन जिलों में भारी बारिश की संभावना है और मौसम विभाग ने किन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
हरियाणा के इन जिलों में होगी भारी बारिश, येलो अलर्ट जारी
मौसम विभाग के अनुसार, 11 से 14 सितंबर तक हरियाणा के कई हिस्सों में तेज बारिश होगी। इस दौरान विशेष तौर पर गुरुवार को भारी बारिश की संभावना जताई गई है। जिन जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है, वे हैं:
- पंचकूला
- अंबाला
- करनाल
- महेंद्रगढ़
- रेवाड़ी
- झज्जर
- गुरुग्राम
- मेवात
- पलवल
- फरीदाबाद
- सोनीपत
- पानीपत
- भिवानी
- चरखी दादरी
इन जिलों में बारिश के कारण जलभराव की स्थिति बनने की संभावना है, जिससे ट्रैफिक जाम और कुछ इलाकों में सामान्य जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
झज्जर, गुरुग्राम समेत 6 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी
हरियाणा के कुछ जिलों में स्थिति और गंभीर हो सकती है, जिसके चलते मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। ऑरेंज अलर्ट उन जिलों के लिए जारी किया जाता है जहां भारी से बहुत भारी वर्षा की संभावना होती है, और इसमें गरज और चमक के साथ तेज हवाएं भी चल सकती हैं। जिन जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, वे हैं:
जिलों के नाम | अलर्ट का प्रकार |
---|---|
झज्जर | ऑरेंज अलर्ट |
गुरुग्राम | ऑरेंज अलर्ट |
मेवात | ऑरेंज अलर्ट |
पलवल | ऑरेंज अलर्ट |
फरीदाबाद | ऑरेंज अलर्ट |
सोनीपत | ऑरेंज अलर्ट |
मौसम विभाग का कहना है कि इन जिलों में भारी से बहुत भारी वर्षा के साथ-साथ गरज और चमक भी हो सकती है। इसके चलते लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग की चेतावनी और संभावित असर
मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, अगले कुछ दिनों में होने वाली बारिश के चलते हरियाणा के कई हिस्सों में जलभराव, यातायात प्रभावित होने, और बिजली गुल होने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। किसानों को भी सलाह दी गई है कि वे अपने खेतों में जलनिकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि फसल को नुकसान न हो।