सीमेंट की कीमतों में भारी उछाल; जानिए कितने का मिलेगा एक बोरी सीमेंट
Cement Price Increased: छत्तीसगढ़ में सीमेंट की कीमतों में हाल ही में 40-50 रुपए की वृद्धि हुई है। यह वृद्धि झारखंड, वेस्ट बंगाल, ओडिशा और मध्यप्रदेश से उच्च डिमांड के चलते हुई है। इस बढ़ोतरी पर राजनीतिक और सार्वजनिक प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं। पढ़ें पूरी खबर।
Cement Price Increased- रायपुर: छत्तीसगढ़ में सीमेंट की कीमतों में एक बार फिर से बड़ा इजाफा हुआ है। सीमेंट कंपनियों ने प्रति बोरी 40-50 रुपए तक की वृद्धि की है, जिससे अब सीमेंट की प्रति बोरी की कीमत 310 रुपए तक पहुंच गई है। इस वृद्धि का मुख्य कारण झारखंड, वेस्ट बंगाल, ओडिशा और मध्यप्रदेश से आने वाली उच्च डिमांड को बताया जा रहा है। इस फैसले के बाद से स्थानीय लोगों और राजनीतिक नेताओं के बीच नाराजगी की लहर देखने को मिल रही है।
सीमेंट की कीमतों में निरंतर वृद्धि
सीमेंट की कीमतों में यह वृद्धि इस साल के पांच महीने में चौथी बार की गई है। कंपनियों ने पहले भी कई बार कीमतें बढ़ाने की कोशिश की थी, लेकिन सरकार और बाजार के दबाव के कारण उन्हें अपने फैसले को वापस लेना पड़ा था। इस बार, अगस्त में भी डीलर्स को कीमतें बढ़ाने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन मांग कम होने के कारण यह फैसला वापस ले लिया गया। हालांकि, इस महीने झारखंड, वेस्ट बंगाल, ओडिशा, मध्यप्रदेश, बिहार और यूपी से उच्च डिमांड के चलते छत्तीसगढ़ में कीमतों में वृद्धि की गई है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ और सार्वजनिक नाराजगी
सीमेंट की बढ़ती कीमतों पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ भी तेज हो गई हैं। रायपुर से भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने अपनी ही सरकार को इस मुद्दे पर घेरा है और केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को पत्र लिखकर दरें कम करने की मांग की है। वहीं, कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे को अपने राजनीतिक लाभ के लिए भुनाने की कोशिश कर रही है।
सीमेंट की बढ़ती कीमतों को लेकर स्थानीय लोगों में भी गहरी नाराजगी है। एक सीमेंट कंपनी के अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि राजनीतिक दबाव और विरोध के चलते कंपनियों पर दाम वापस लेने का दबाव है। ऐसे में, आने वाले दिनों में सीमेंट की कीमतों में कोई बदलाव हो सकता है।
वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाएँ
हालांकि कंपनियों ने सीमेंट के दाम बढ़ा दिए हैं, लेकिन मार्केट में फिलहाल पुराना रेट चल रहा है। कुछ बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर्स पुराने स्टॉक को 20-25 रुपए बढ़ाकर बेच रहे हैं, जबकि नई कीमतें अभी तक पूरी तरह से लागू नहीं हुई हैं।