पंजाब रोडवेज ने बसों का किराया बढ़ाया, जानें कितना महंगा हो गया आना-जाना
Punjab bus fare hike: पंजाब में बस किराए में प्रति किलोमीटर 23 पैसे की बढ़ोतरी की गई है। साधारण और एचवीएसी बसों के नए किराए जानें और राज्य में बढ़ते ईंधन के दामों का असर।
चंडीगढ़: पंजाब सरकार ने ईंधन की कीमतों में हुई वृद्धि के बाद राज्य में साधारण बसों का किराया बढ़ाने का फैसला लिया है। अब साधारण बसों का किराया 23 पैसे प्रति किलोमीटर बढ़ाकर 145 पैसे कर दिया गया है। यह फैसला राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर वैट (मूल्य वर्धित कर) में बढ़ोतरी के दो दिन बाद आया है। परिवहन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, एचवीएसी (हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग) बसों का किराया भी प्रति किलोमीटर 28 पैसे बढ़ाकर 174 पैसे कर दिया गया है।
किराया वृद्धि की वजह
पंजाब में बस किराए में यह वृद्धि राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल पर 61 पैसे और डीजल पर 92 पैसे प्रति लीटर वैट बढ़ाने के बाद की गई है। इससे राज्य को 150 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होने की उम्मीद है। हालांकि, इससे महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा प्रदान करने वाली राज्य बस सेवा पर भी वित्तीय बोझ बढ़ेगा। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस योजना से सालाना लगभग 50 करोड़ रुपये के प्रतिपूर्ति दावों में वृद्धि होने की संभावना है।
परिवहन सचिव दिलराज सिंह ने बताया कि साधारण बसों का किराया प्रति किलोमीटर 23 पैसे और एचवीएसी बसों का किराया 28 पैसे बढ़ाया गया है। इसके अलावा, इंटीग्रल कोच के लिए किराया 41 पैसे प्रति किलोमीटर और सुपर इंटीग्रल कोच के लिए 46 पैसे प्रति किलोमीटर बढ़ाया गया है।
बस प्रकार | पुराना किराया (प्रति किमी) | नया किराया (प्रति किमी) |
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साधारण बस | 122 पैसे | 145 पैसे |
एचवीएसी बस | 146 पैसे | 174 पैसे |
इंटीग्रल कोच | 163 पैसे | 204 पैसे |
सुपर इंटीग्रल कोच | 176 पैसे | 222 पैसे |
ईंधन की बढ़ती कीमतें और इसका असर
राज्य सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर वैट में बढ़ोतरी के कारण यह किराया वृद्धि की गई है। पेट्रोल की कीमत में 61 पैसे और डीजल की कीमत में 92 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की गई है। इस कदम से न सिर्फ बस किराए में बढ़ोतरी हुई है, बल्कि इसका असर अन्य क्षेत्रों में भी देखा जा रहा है, जैसे कि बिजली सब्सिडी भी वापस ले ली गई है। 7 किलोवाट तक लोड वाले उपभोक्ताओं को अब 3 रुपये प्रति यूनिट की सब्सिडी नहीं मिलेगी।
बस ऑपरेटर्स और पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर प्रभाव
स्मॉल बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष जेएस ग्रेवाल के मुताबिक, इस किराया बढ़ोतरी से छोटे रूटों पर चलने वाली बसों को ज्यादा फायदा नहीं होगा, खासकर 50 किलोमीटर से कम दूरी पर चलने वाली बसों को। उन्होंने सुझाव दिया कि राज्य सरकार को मोटर वाहन कर में कटौती करनी चाहिए, ताकि परिवहन उद्योग पर दबाव कम हो सके।
पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (PRTC) के अधिकारियों का कहना है कि किराया वृद्धि से डीजल की बढ़ती लागत से कुछ राहत मिलेगी, लेकिन महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा प्रदान करने वाली योजनाओं के कारण राज्य की सड़कों पर संचालित बसों पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा। अधिकारियों का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा अक्सर प्रतिपूर्ति में देरी की जाती है, जिससे बस संचालन में वित्तीय संकट बढ़ सकता है।
राज्य की पब्लिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था पर असर
इस किराया वृद्धि से पंजाब की पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवा पर बड़ा असर पड़ेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वृद्धि एक आवश्यक कदम है, लेकिन इससे यात्रियों की जेब पर सीधा असर होगा। बढ़ती ईंधन की कीमतों के कारण आने वाले समय में और भी परिवहन सेवाओं में बदलाव देखने को मिल सकते हैं।