हालांकि, यह खुशी अधिक समय तक कायम नहीं रही और कुछ ही महीनों बाद यह सगाई टूट गई, जिसने कई लोगों को चौंका दिया। इसके बाद, निखिल नंदा, राज कपूर के पोते, ने अमिताभ बच्चन की बेटी श्वेता बच्चन से शादी कर ली।
सगाई टूटने का कारण
करिश्मा और अभिषेक की पहली मुलाकात निखिल और श्वेता की शादी में 1997 में हुई थी। यह रिश्ता धीरे-धीरे बढ़ा और 2002 में उनकी सगाई हो गई, जो बॉलीवुड की परफेक्ट रोमांस लग रही थी। लेकिन, इस रिश्ते के टूटने की वजह को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं आई।
सगाई की विफलता पर बयान
जया बच्चन ने बाद में कहा कि अभिषेक ने खुद रिश्ते को समाप्त करने का फैसला किया था और परिवारों का इस मामले में कोई हाथ नहीं था। इसके अलावा, 2002 में फिल्म “हां मैंने भी प्यार किया” की शूटिंग के दौरान, निर्माता सुनील दर्शन ने अभिषेक और करिश्मा के रिश्ते को करीब से देखा। उन्होंने टिप्पणी की कि दोनों के बीच लगातार झगड़े हो रहे थे और उन्होंने कहा कि “वे वास्तव में एक-दूसरे के लिए बने नहीं थे।”
अटकलों का दौर
सगाई टूटने के कारणों को लेकर कई अटकलें थीं। एक अफवाह के अनुसार, करिश्मा की माँ, बबीता, ने इस रिश्ते में हस्तक्षेप किया। बबीता, जो रणधीर कपूर से तलाक ले चुकी थीं, करिश्मा और उनकी बहन करीना को आर्थिक सुरक्षा के प्रति संवेदनशील थीं। कथित तौर पर, बबीता ने अभिषेक के वित्तीय स्थिति को लेकर चिंता जताई और एक प्री-नप्टियल समझौते की मांग की, ताकि करिश्मा की वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। बच्चन परिवार ने इस शर्त को मानने से इंकार कर दिया, जिससे सगाई टूट गई।
सगाई के टूटने की स्थिति
वास्तव में, करिश्मा और अभिषेक की सगाई टूटने की स्थिति को लेकर बहुत सी अटकलें और अफवाहें फैलीं। जबकि दोनों के बीच रिश्ते की निरंतरता की कमी और परिवार की चिंताओं ने इस सगाई को समाप्त कर दिया, फिल्म उद्योग और उनके फैंस को यह एक बड़ा झटका लगा।