हरियाणा में फिर एक्टिव हुआ मानसून; अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की संभावना
Haryana monsoon 2024: हरियाणा में 7 सितंबर तक मानसून एक्टिव रहेगा। करनाल, पानीपत और सोनीपत में भारी बारिश का अलर्ट जारी। जानें आगे के मौसम का हाल।
Haryana weather update: हरियाणा में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो चुका है और अगले कुछ दिनों तक बारिश की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में 7 सितंबर तक मानसून एक्टिव रहेगा। खासतौर पर करनाल, पानीपत और सोनीपत में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। पिछले 24 घंटों की बात करें तो हिसार में सबसे अधिक 31 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। वहीं, मौसम विभाग ने बताया है कि राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
हरियाणा में मानसून का हाल
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, 1 जून से लेकर 5 सितंबर तक हरियाणा में कुल 332.1 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है, जो सामान्य 374.3 मिलीमीटर से लगभग 11% कम है। इस वर्ष अब तक राज्य के 14 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है, जिससे कृषि पर भी असर पड़ने की संभावना है।
तारीख | बारिश (मिमी) |
---|---|
1 जून – 5 सितंबर | 332.1 |
सामान्य | 374.3 |
कमी (%) | 11% |
भारी बारिश का अलर्ट
हरियाणा के करनाल, पानीपत और सोनीपत जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। IMD ने इन जिलों में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है, खासकर निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए। हिसार में 31 मिमी तक की बारिश दर्ज की गई, जिससे इन इलाकों में भी जलभराव की समस्या हो सकती है।
मानसून की सक्रियता कब तक रहेगी?
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून ट्रफ की अक्षय रेखा उत्तर की ओर बनी हुई है, जिससे हरियाणा में 7 सितंबर तक बारिश की संभावना बनी रहेगी। अगले दो दिनों यानी 6 और 7 सितंबर को राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। इसके बाद, 8 सितंबर से मानसून की सक्रियता में थोड़ी कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है, और 8 से 12 सितंबर के बीच राज्य के उत्तरी और दक्षिणी जिलों में मौसम परिवर्तनशील रहेगा। इस दौरान कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है।
जुलाई में 5 सालों में सबसे कम बारिश
इस साल जुलाई में राज्य में पिछले 5 सालों में सबसे कम बारिश दर्ज की गई है। कम बारिश से राज्य के कई हिस्सों में सूखे जैसी स्थिति बन सकती है, खासकर उन जिलों में जहां पहले से ही बारिश की कमी दर्ज की गई है। यह कमी राज्य की कृषि और अन्य संबंधित गतिविधियों पर प्रभाव डाल सकती है।
मौसम का असर और सुझाव
हरियाणा में मानसून के चलते जहां किसानों को थोड़ी राहत मिल सकती है, वहीं भारी बारिश के अलर्ट के मद्देनजर लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। खासकर वे लोग जो निचले इलाकों में रहते हैं, उन्हें जलभराव और अन्य संभावित खतरों से निपटने के लिए पहले से तैयारी कर लेनी चाहिए।
मौसम में इस बदलाव से खरीफ फसलों को कुछ हद तक फायदा पहुंच सकता है, लेकिन बारिश की अधिकता से जलभराव भी चिंता का विषय बन सकता है। इसलिए, किसानों को खेतों में पानी निकासी की उचित व्यवस्था करनी चाहिए।