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सरकारी स्कूलों में शौचालय घोटाला; 65 छात्राओं के लिए 98 टॉयलेट, जांच के आदेश जारी

Bihar school toilet scam: बिहार के सरकारी स्कूलों में शौचालयों की संख्या में भारी गड़बड़ी सामने आई है। 65 छात्राओं के लिए 98 टॉयलेट जैसी अनियमितताओं पर शिक्षा विभाग ने जांच के आदेश दिए हैं। जानिए पूरी खबर।

Bihar school toilet scam: बिहार के शिक्षा विभाग में हाल ही में यू-डायस (यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इंफोर्मेशन सिस्टम फॉर एजुकेशन) की समीक्षा के बाद सामने आए आंकड़ों ने सभी को चौंका दिया है। राज्य के 882 सरकारी स्कूलों में शौचालयों की संख्या में भारी अनियमितताएं पाई गई हैं। कुछ स्कूलों में छात्रों की संख्या के मुकाबले अत्यधिक शौचालय होने की रिपोर्ट दी गई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि कहीं न कहीं बड़ी गड़बड़ी हुई है। अब शिक्षा विभाग ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच का आदेश दिया है।

शौचालयों की संख्या में गड़बड़ी का मामला

समीक्षा के दौरान पाया गया कि बिहार के सरकारी स्कूलों में शौचालयों की संख्या अत्यधिक दिखाई गई है। औरंगाबाद जिले के तारा मिडिल स्कूल में 90 शौचालय, भोजपुर के सिकरियां हाईस्कूल में 64 शौचालय, और गया के अचुकी मिडिल स्कूल में 138 शौचालय दर्ज किए गए हैं। इन स्कूलों में छात्रों की संख्या के मुकाबले शौचालयों की संख्या बहुत ज्यादा है, जो कि चिंताजनक है।

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शिक्षा विभाग का बयान और जांच के आदेश

शिक्षा विभाग ने इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेते हुए सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) को जांच का आदेश दिया है। बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के प्रशासी अधिकारी शाहजहां ने बताया कि यू-डायस 2023-24 की समीक्षा में सामने आए चौंकाने वाले आंकड़ों के बाद यह कदम उठाया गया है। उन्होंने कहा कि शिक्षक यू-डायस के कॉलम को भरने में गंभीरता नहीं दिखाते, जबकि इन आंकड़ों के आधार पर शिक्षा बजट और भविष्य की योजनाएं बनाई जाती हैं। इस अनियमितता की जांच कर जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गए हैं।

कहां हुई गड़बड़ी और क्या होगा आगे?

इस मामले में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि आखिर इतनी बड़ी अनियमितता कैसे हुई? क्या यह आंकड़ों की गलत एंट्री का मामला है, या फिर यह एक सुनियोजित घोटाला है? सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश तो दे दिए हैं, लेकिन यह देखना होगा कि जांच के बाद क्या कार्रवाई होती है। इस गड़बड़ी से शिक्षा विभाग की छवि पर असर पड़ा है, और उम्मीद की जा रही है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

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