जींस में क्यों होती है छोटी पॉकेट? कभी जानने की कोशिश की हैं इसके पीछे की दिलचस्प कहानी?
General Knowledge: जानिए जींस की छोटी पॉकेट के पीछे की दिलचस्प कहानी और 'डेनिम' नाम की उत्पत्ति। कैसे जींस ने 19वीं सदी से आज तक फैशन की दुनिया में अपना स्थान बनाए रखा है।
Jeans Pocket History: जींस, जो आजकल फैशन की दुनिया में एक स्थायी पहचान बना चुका है, कभी भी ओल्ड-फैशन नहीं होता। 19वीं सदी से लेकर आज तक, जींस लोगों की पहली पसंद बना हुआ है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जींस की छोटी पॉकेट का क्या कारण है और ‘डेनिम’ नाम का मतलब क्या है? आइए, जानते हैं इन दिलचस्प कहानियों के बारे में।
जींस की छोटी पॉकेट का इतिहास
जींस की शुरुआत 19वीं सदी में हुई थी, जब इसे मुख्य रूप से मजदूर वर्ग के लिए डिजाइन किया गया था। उस समय, खदानों में काम करने वाले मजदूरों के लिए जींस को बनाया गया था। उन दिनों, घड़ी में बेल्ट नहीं होता था, केवल एक छोटा सा डायल होता था। घड़ी को सुरक्षित रखने के लिए मजदूरों को एक विशेष पॉकेट की आवश्यकता थी, क्योंकि जेब में रखने पर घड़ी टूटने का खतरा रहता था।
इस समस्या का समाधान निकालते हुए जींस में एक छोटी सी पॉकेट बनाई गई, जिसे वॉच पॉकेट भी कहा जाता है। यह पॉकेट घड़ी को सुरक्षित रखने के लिए थी। आजकल, इस पॉकेट का उपयोग घड़ी के बजाय अन्य छोटी चीजें रखने के लिए किया जाता है, लेकिन यह अब भी फैशन के एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में देखी जाती है।
‘डेनिम’ नाम की उत्पत्ति
जींस को अक्सर ‘डेनिम’ के नाम से जाना जाता है, लेकिन इसके नाम की उत्पत्ति भी काफी दिलचस्प है। 19वीं सदी में, जींस की शुरुआत फ्रांस के नीम्स शहर में हुई थी। उस समय, जींस के लिए इस्तेमाल होने वाला कपड़ा ‘सर्ज’ (Serge) कहलाता था। स्थानीय लोगों ने इसे ‘सर्ज डी नीम्स’ (Serge De Nimes) कहना शुरू किया, जिसका मतलब होता है नीम्स से सर्ज।
समय के साथ, यह नाम संक्षिप्त होकर ‘डेनिम’ (Denim) के रूप में लोकप्रिय हो गया। ‘डेनिम’ नाम आज फैशन की दुनिया में एक अमिट पहचान बना चुका है और जींस के साथ अटूट रूप से जुड़ा हुआ है।