Wheat Price : 10 महीनों के बाद उच्चतम स्तर पर पहुंचे गेहूं के भाव, चेक करे आज के ताजा भाव
gehun ka mandi bhav 26 August 2024: गेहूं की कीमतें अपने उच्चतम स्तर पर, त्योहारी सीजन में और बढ़ोतरी की संभावना। जानें क्यों सरकारी हस्तक्षेप की मांग बढ़ रही है।
gehun ka mandi bhav 26 August 2024: भारत में गेहूं की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं और 8 महीनों में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी हैं। त्योहारी सीजन के दौरान इन कीमतों में और बढ़ोतरी होने की आशंका जताई जा रही है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि जब तक सरकार अपने गोदामों से गेहूं का स्टॉक जारी नहीं करती, तब तक कीमतों में कमी की संभावना नहीं है। ऐसे में आम जनता को महंगाई का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
गेहूं की कीमतों में बढ़ोतरी: एक नजर
पिछले कुछ महीनों में गेहूं की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है। अप्रैल 2024 में गेहूं के दाम 24,000 रुपये प्रति मीट्रिक टन थे, जो अब बढ़कर 28,000 रुपये प्रति मीट्रिक टन पर पहुंच गए हैं। यह स्थिति आम जनता के लिए चिंता का विषय बन गई है, खासकर जब त्योहारी सीजन नजदीक है।
महीना | गेहूं की कीमत (रुपये प्रति मीट्रिक टन) |
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अप्रैल 2024 | 24,000 |
अगस्त 2024 | 28,000 |
सरकारी स्टॉक से गेहूं की आपूर्ति में देरी
एक्सपर्ट्स का कहना है कि गेहूं की कीमतों में बढ़ोतरी का एक मुख्य कारण सरकार द्वारा सरकारी स्टॉक से गेहूं की आपूर्ति में देरी है। पिछले साल, जून में ही सरकार ने अपने भंडार से गेहूं बेचना शुरू कर दिया था, जिससे आटा मिलर्स और अन्य थोक खरीदारों को सस्ती कीमतों पर गेहूं की आपूर्ति हुई थी। हालांकि, इस साल सरकार की तरफ से ऐसी कोई घोषणा नहीं आई है, जिससे मार्केट में अस्थिरता बनी हुई है।
आयात शुल्क हटाने की मांग
कई बड़े व्यापारी और आटा मिलर्स सरकार से आयात शुल्क हटाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि ऑस्ट्रेलिया और रूस जैसे देशों से गेहूं के आयात को सुविधाजनक बनाने के लिए 40% आयात शुल्क को समाप्त किया जाना चाहिए। इससे घरेलू बाजार में गेहूं की उपलब्धता बढ़ेगी और कीमतों पर नियंत्रण किया जा सकेगा।
गेहूं की खरीद में गिरावट
इस साल गेहूं की सरकारी खरीद 6.26% कम हो गई है। 1 अगस्त 2024 तक सरकारी गोदामों में 262 लाख मीट्रिक टन गेहूं का स्टॉक था, जो पिछले साल की तुलना में करीब 4.5% कम है। यह कमी भी कीमतों में बढ़ोतरी का एक बड़ा कारण है।
वर्तमान गेहूं का भाव
अभी के समय में गेहूं का औसत भाव 2650 से 2850 रुपये प्रति क्विंटल तक चल रहा है। दक्षिण भारत के फ्लोर मिलर्स के लिए यह स्थिति और भी मुश्किल है, क्योंकि उन्हें उत्तर भारत से माल की आपूर्ति करनी पड़ती है, जिससे ताजा सौदे महंगे हो रहे हैं। यदि सरकार ने जल्द ही अपने स्टॉक को बाजार में नहीं उतारा, तो गेहूं की कीमतें 3,000 रुपये प्रति क्विंटल को पार कर सकती हैं। आज का गेहूं का भाव
सारांश: भारत में गेहूं की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, और त्योहारी सीजन के दौरान इन कीमतों में और इजाफा होने की संभावना है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि सरकार को तुरंत अपने स्टॉक से गेहूं जारी करना चाहिए, ताकि मार्केट में स्थिरता आ सके और आम जनता को महंगाई से राहत मिल सके।