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Semen Vs Sperm- स्पर्म और सीमन में क्या होता हैं अंतर? फर्टिलिटी के लिए कितना जरुरी

Sperm vs Semen: जानें स्पर्म और सीमन के बीच का अंतर, क्यों हैं ये दोनों अलग-अलग और प्रजनन स्वास्थ्य के लिए इनका क्या महत्व है।

Sperm vs Semen : जब भी हम प्रजनन संबंधी बातों का जिक्र करते हैं, अक्सर लोग ‘स्पर्म’ और ‘सीमन’ को एक ही समझ लेते हैं। लेकिन हकीकत में, ये दोनों पूरी तरह से अलग होते हैं। स्पर्म और सीमन के बीच क्या अंतर है, इस लेख में हम इस विषय पर गहराई से चर्चा करेंगे।

सीमन क्या है? What is Semen? 

सीमन, एक सफेद तरल पदार्थ है जो सेक्सुअल एक्टिविटीज के दौरान पुरुषों द्वारा डिस्चार्ज किया जाता है। इस तरल पदार्थ में शुगर, प्रोटीन, विटामिंस और मिनरल्स जैसे तत्व होते हैं। सीमन का मुख्य काम स्पर्म को अंडाणु तक सुरक्षित रूप से पहुंचाना होता है। सीमन में स्पर्म तैरते हैं और प्रजनन प्रक्रिया को सफल बनाने में मदद करते हैं।

महत्वपूर्ण तथ्य

तत्वमौजूदगी
शुगरउच्च मात्रा
प्रोटीनमौजूद
विटामिंसमौजूद
मिनरल्समौजूद

सीमन की क्वालिटी और उत्पादन पुरुषों की उम्र के साथ बदलते हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, सीमन की क्वालिटी पर बुरा असर पड़ सकता है, खासकर 30 की उम्र के बाद।

स्पर्म क्या है? What Is Sperm?

स्पर्म प्रजनन कोशिकाएं होती हैं जो सीमन में मौजूद होती हैं। ये कोशिकाएं अंडाणु को फर्टिलाइज़ करने के लिए जिम्मेदार होती हैं। स्पर्म को बिना माइक्रोस्कोप के नहीं देखा जा सकता है। प्रजनन प्रक्रिया में स्पर्म का रोल सबसे अहम होता है क्योंकि यह महिला के शरीर में जाकर अंडाणु को फर्टिलाइज़ करता है।

महत्वपूर्ण तथ्य

स्पर्म का जीवनकाल5 दिन (महिला के शरीर में)
बाहरी वातावरण में जीवनकालकुछ ही मिनट
स्पर्म की गुणवत्ताउम्र के साथ घटती है
स्पर्म की गतिशीलता50 की उम्र के बाद कम होती है

स्पर्म और सीमन में अंतर (Difference between Sperm and Semen)

स्पर्म और सीमन के बीच सबसे बड़ा अंतर यही है कि सीमन सफेद तरल पदार्थ के रूप में दिखाई देता है, जबकि स्पर्म अति सूक्ष्म कोशिकाएं हैं जिन्हें देखने के लिए माइक्रोस्कोप की जरूरत होती है। अगर स्पर्म काउंट और क्वालिटी में कमी आती है तो इससे पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है, जो पैरेंट्स बनने में बाधा डाल सकती है।

स्पर्म और सीमन के बीच के अंतर को समझना प्रजनन स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण है। सीमन स्पर्म को अंडाणु तक पहुंचाने का माध्यम होता है, जबकि स्पर्म वह कोशिका है जो फर्टिलाइजेशन के लिए जिम्मेदार होती है। उम्र, स्वास्थ्य, और जीवनशैली के कारण स्पर्म और सीमन की गुणवत्ता पर असर पड़ता है, इसलिए यह समझना जरूरी है कि इन दोनों का क्या महत्व है और यह कैसे काम करते हैं।

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