एक नंबर का अय्याश हैं ये भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी, दारू और लड़कीबाजी में पूरी तरह बर्बाद हो गया करियर
Vinod Kambli Career : भारतीय क्रिकेट का सुपरस्टार विनोद कांबली अपनी अय्याशी और शराब की लत के कारण अपने करियर को बर्बाद कर बैठे। जानें कैसे उनकी असफलताओं ने उन्हें क्रिकेट की ऊँचाइयों से नीचे गिरा दिया।
Vinod Kambli : भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कई खिलाड़ी ऐसे रहे हैं जिनकी अय्याशी और निजी जीवन की समस्याओं ने उनके करियर को बर्बाद कर दिया। इस कड़ी में भारतीय क्रिकेट का एक नाम जुड़ गया है – विनोद कांबली। एक समय था जब कांबली को क्रिकेट जगत का सुपरस्टार माना जाता था, लेकिन उनकी शराब और लड़कियों के चक्कर में पड़कर उनकी पूरी क्रिकेट यात्रा ध्वस्त हो गई।
विनोद कांबली: एक होनहार खिलाड़ी
विनोद कांबली को क्रिकेट की दुनिया में एक होनहार खिलाड़ी माना जाता था। उनकी तुलना पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर से की जाती थी। जहां सचिन ने अपना पूरा ध्यान क्रिकेट पर केंद्रित किया और अपने करियर को ऊँचाइयों तक पहुंचाया, वहीं कांबली ने अन्य गतिविधियों में अपना समय बर्बाद किया।
शराब और लड़कियों की लत ने किया करियर बर्बाद
विनोद कांबली का करियर शराब और लड़कियों के चक्कर में बर्बाद हो गया। कहा जाता है कि उनकी शराब की आदत और गैर-व्यावसायिक गतिविधियों ने उनके खेल को प्रभावित किया और इसी वजह से उन्हें टीम इंडिया से बाहर होना पड़ा। कांबली की तुलना जिस सचिन से की जाती थी, वे उनके आधे मुकाम को भी हासिल नहीं कर सके।
विनोद कांबली का क्रिकेट करियर
विनोद कांबली ने भारतीय क्रिकेट के लिए 17 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने 54.20 की औसत से 1084 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 4 शतक और 3 अर्धशतक निकले। वनडे क्रिकेट में कांबली ने 104 मैच खेले और लगभग 33 की औसत से 2477 रन बनाए, जिसमें 2 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी उनका रिकॉर्ड शानदार रहा, उन्होंने 60 की औसत से 9965 रन बनाये और 35 शतक और 44 अर्धशतक लगाए।
प्रारूप | मैच | रन | औसत | शतक | अर्धशतक |
---|---|---|---|---|---|
टेस्ट | 17 | 1084 | 54.20 | 4 | 3 |
वनडे | 104 | 2477 | 33.00 | 2 | 14 |
फर्स्ट क्लास | – | 9965 | 60.00 | 35 | 44 |
नतीजा: एक खोया हुआ करियर
विनोद कांबली की कहानी भारतीय क्रिकेट के युवा खिलाड़ियों के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश देती है। निजी जीवन की समस्याओं और लतों का असर खेल पर कितना बड़ा हो सकता है, इसका यह एक प्रमुख उदाहरण है।