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पुश्तैनी जमीन करें अपने नाम, लगेंगे ये 6 कागजात?

Ancestral Land Transfer: पुश्तैनी जमीन को अपने नाम पर कैसे कराएं? जानें आवश्यक दस्तावेज और प्रक्रिया, ताकि आपकी जमीन को आधिकारिक रूप से अपने नाम पर दर्ज किया जा सके।

Land Registration Process : भारत में कई परिवारों के पास अपने पूर्वजों से मिली पुश्तैनी जमीन होती है, जो उनके नाम पर दर्ज नहीं है। यदि आपके पास भी ऐसी जमीन है जो आपके दादा, परदादा या किसी अन्य पूर्वज के नाम पर है जो अब जीवित नहीं हैं, तो आप उसे अपने नाम पर करवा सकते हैं। यह प्रक्रिया आपको अपनी जमीन को आधिकारिक रूप से अपने नाम पर दर्ज कराने में मदद करेगी। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि पुश्तैनी जमीन को अपने नाम पर कराने के लिए कौन-कौन से दस्तावेज और प्रक्रियाएँ आवश्यक हैं।

जरूरी दस्तावेज और प्रक्रिया

पुश्तैनी जमीन को अपने नाम पर दर्ज कराने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेज और प्रक्रियाओं से गुजरना होगा:

  1. रसीद की छायाप्रति

    पुश्तैनी जमीन को अपने नाम पर कराने के लिए आपको मौजूदा रसीद की छायाप्रति की आवश्यकता होगी। यह दस्तावेज यह साबित करता है कि आप जमीन के मालिक हैं या इसे अपने नाम पर कराना चाहते हैं।

  2. भूमि से संबंधित दस्तावेज

    भूमि से संबंधित दस्तावेज जैसे केवाला, खतियान, खतौनी आदि प्रस्तुत करने होंगे। ये दस्तावेज जमीन की वैधता और स्वामित्व को प्रमाणित करते हैं।

  3. वंशावली का प्रमाण

    पुश्तैनी जमीन को अपने नाम पर कराने के लिए वंशावली का प्रमाणपत्र जरूरी है। यह दस्तावेज यह दर्शाता है कि आप भूमि के वैध उत्तराधिकारी हैं।

  4. आधार कार्ड की छायाप्रति

    आधार कार्ड की छायाप्रति भी आवश्यक है, जो आपके पहचान और पते को सत्यापित करता है।

  5. मृत्यु प्रमाण-पत्र

    यदि जमीन के कागजात किसी मृत व्यक्ति के नाम पर हैं, तो आपको उनके मृत्यु प्रमाण-पत्र की आवश्यकता होगी। यह प्रमाण पत्र यह दर्शाता है कि पूर्वज अब जीवित नहीं हैं।

  6. सहमति का प्रमाणपत्र

    पुश्तैनी जमीन को अपने नाम पर कराने के लिए सभी हिस्सेदारों की सहमति का प्रमाणपत्र जमा करना होगा। यह सुनिश्चित करता है कि सभी भागीदार इस परिवर्तन के लिए सहमत हैं।

कैसे करें आवेदन

इन दस्तावेजों को तैयार करने के बाद, आपको रजिस्ट्री ऑफिस में जाकर जमीन की दाखिल-खारिज की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। यह प्रक्रिया आपको जमीन के स्वामित्व को औपचारिक रूप से अपने नाम पर दर्ज कराने में मदद करेगी।

पुश्तैनी जमीन को अपने नाम पर करवाना आपके अधिकार को सुनिश्चित करता है और भविष्य में किसी भी कानूनी विवाद से बचाता है। सही दस्तावेज और प्रक्रियाओं का पालन करके आप अपनी पुश्तैनी जमीन को आसानी से अपने नाम पर करवा सकते हैं।

Sandeep Kumar

नमस्कार! उमंग हरियाणा पर फ़िलहाल कंटेंट राइटर का काम कर रहा हूँ। आपको हरियाणा की ताज़ा हिंदी ख़बरों और देश-विदेश की ट्रेंडिंग न्यूज़ से आपको अपडेट रखना मेरा काम है।

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