हरियाणा के इन 2 जिलों में गहराया बाढ़ का संकट; बारिश के कारण बढ़ा नदियों का जलस्तर
यमुनानगर के छिछरौली और बिलासपुर के 30 से अधिक गांवों में बाढ़ के कारण हजारों एकड़ फसलें नष्ट हो गई हैं।
Haryana Flood Alert : हाल ही में पहाड़ों में हुई भारी बारिश के कारण हरियाणा में नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है, जिससे कई जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। यमुनानगर और अंबाला इस बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, जहां नदियों का पानी आस-पास के इलाकों में फैल गया है और किसानों की फसलें बर्बाद हो गई हैं।
यमुनानगर और अंबाला की स्थिति गंभीर
यमुनानगर के छिछरौली और बिलासपुर के 30 से अधिक गांवों में बाढ़ के कारण हजारों एकड़ फसलें नष्ट हो गई हैं। इन गांवों में 3 से 4 फीट तक पानी भर गया है, जिससे ग्रामीणों को भारी नुकसान हुआ है।
पथराला और सोमनदी के उफान पर आने के बाद इन क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है। साढ़ौर के नजदीक नकटी नदी के ओवरफ्लो हो जाने से कस्बे में भी बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, जिससे लोगों के घरों में पानी घुस गया और उनका सामान खराब हो गया है।
अंबाला में रिकॉर्ड तोड़ बारिश
अंबाला में पिछले 24 घंटे में 165.8 एमएम बारिश दर्ज की गई, जो इस क्षेत्र में अब तक की सबसे ज्यादा है। भारी बारिश के कारण बाजारों में तीन फीट तक पानी भर गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
अन्य जिलों में भी बारिश का असर
करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत, यमुनानगर और हिसार सहित अन्य जिलों में भी भारी बारिश दर्ज की गई है। हालांकि, हरियाणा के 10 से अधिक जिले सूखे रहे।
मानसून की सक्रियता अगले 4-5 दिनों तक रहेगी जारी
मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार, हरियाणा और दिल्ली के दक्षिण में उत्तर-पूर्व राजस्थान के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। इसके कारण प्रदेश में अगले 4-5 दिनों तक मानसून की सक्रियता बनी रहेगी, जिससे और बारिश होने की संभावना है।
बारिश के आंकड़े
इस महीने 1 अगस्त से 11 अगस्त तक हरियाणा में 84 एमएम बारिश हो चुकी है, जो सामान्य से 45 प्रतिशत ज्यादा है। हालांकि, 1 जून से अब तक प्रदेश में 201.3 एमएम बारिश दर्ज की गई है, जो सामान्य से 24 प्रतिशत कम है।