शरीर पर बनवाया 631 शहीदों का टैटू; मिला “लिविंग वॉल मेमोरियल” का टाइटल
Living Wall Memorial :हापुड़ के युवा ने बलिदान देने वाले जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए अपनाया अनूठा तरीका
Living Wall Memorial : टैटू बनवाने का शौक आमतौर पर व्यक्तिगत अभिव्यक्ति का एक साधन होता है, लेकिन हापुड़ के अभिषेक गौतम ने इसे एक नई दिशा दी है। उन्होंने अपने शरीर पर देश के लिए शहीद हुए 631 जवानों के नाम और चित्र गुदवाकर एक अद्वितीय श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस प्रयास के लिए उन्हें ‘INDIA BOOK OF RECORDS’ द्वारा सम्मानित किया गया है और उन्हें ‘लिविंग वॉल मेमोरियल’ का खिताब दिया गया है।
कैसे किया अभिषेक ने यह अनूठा काम?
अभिषेक गौतम ने अपने शरीर पर शहीद जवानों के नाम, महापुरुषों और क्रांतिकारियों के चित्र गुदवाए हैं। उनका यह कार्य देश की स्वतंत्रता के लिए और आतंकवादी हमलों में शहीद हुए जवानों को समर्पित है। अभिषेक के मुताबिक, उन्होंने इस पहल की शुरुआत कारगिल शहीदों के नाम से की, जब उन्होंने उनकी वीरगाथाएँ पढ़ीं और उनके प्रति गहरा लगाव महसूस किया।
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अभिषेक का प्रेरणा स्रोत
अभिषेक गौतम ने बताया कि उनकी प्रेरणा भारतीय सेना और शहीद जवानों के प्रति सम्मान से मिली। उन्होंने कहा, “मेरे शरीर पर शहीदों के नाम गुदवाकर मैं यह संदेश देना चाहता हूँ कि हमें अपने आइडियल से प्रेरणा लेनी चाहिए। हमारे सैनिक, हमारे देश के वास्तविक नायक हैं।” उन्होंने कारगिल शहीदों के नाम सबसे पहले अपने शरीर पर गुदवाए और इसके बाद अन्य शहीदों के नाम भी शामिल किए।
क्या है ‘लिविंग वॉल मेमोरियल’?
‘लिविंग वॉल मेमोरियल’ का खिताब पाने के लिए अभिषेक ने एक नई परंपरा शुरू की है। यह खिताब उन्हें शहीदों के प्रति उनकी श्रद्धा और बलिदान को सम्मान देने के अनूठे तरीके के लिए दिया गया है। उनके इस प्रयास से ना केवल शहीदों के परिवारों को सम्मान मिला है, बल्कि यह समाज में एक प्रेरणा भी बन गई है।
अभिषेक गौतम का यह प्रयास केवल व्यक्तिगत श्रद्धांजलि नहीं है, बल्कि एक संदेश भी है कि शहीदों की कर्तव्यनिष्ठा और बलिदान को कभी नहीं भुलाया जाना चाहिए। वे अब भी शहीदों के परिवारों से मिलते हैं और उनकी कहानियाँ सुनते हैं, जिससे उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करने का उनका प्रयास लगातार जारी रहेगा।