Haryana: पहाड़ों पर बारिश बनी आफत; मारकंडा उफान पर
भारी बारिश से पहाड़ों में जलस्तर बढ़ा, खेतों में पानी घुसा
Haryana: भारी बारिश के चलते पहाड़ों में स्थित मारकंडा नदी और नकटी नदी में जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिससे आसपास के गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। रविवार को मारकंडा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा, जो दोपहर तक 7.8 फीट तक पहुंच गया था। वहीं, नकटी नदी के उफान ने सैहला गांव के कई एकड़ फसलों को तहस-नहस कर दिया।
मारकंडा नदी का बढ़ता जलस्तर
शनिवार को मारकंडा नदी का जलस्तर 7.7 फीट तक पहुंच गया था, जिसमें लगभग 31 हजार क्यूसेक पानी बह रहा था। हालांकि, दोपहर तक यह जलस्तर घटने लगा था, लेकिन रविवार सुबह से ही जलस्तर में दोबारा वृद्धि होने लगी और दोपहर 12:30 बजे यह 7.8 फीट पर पहुंच गया। उस समय नदी में लगभग 32 हजार क्यूसेक पानी बह रहा था। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जलस्तर पर पूरी नजर रखी जा रही है।
कालाअंब में सुबह 8 बजे मारकंडा नदी का जलस्तर 11 फीट तक पहुंच गया था, लेकिन दोपहर तक यह घटकर 5 फीट रह गया, जिससे अधिकारियों ने राहत की सांस ली। लेकिन शाम 4 बजे के बाद जलस्तर में फिर तेजी आई और यह 8.8 फीट तक पहुंच गया, जिसमें लगभग 41,300 क्यूसेक पानी बह रहा था। शाम 6 बजे जलस्तर 10 फीट तक पहुंच गया, जो इस साल का सबसे अधिकतम जलस्तर है।
नकटी नदी ने मचाया कहर
नकटी नदी भी बारिश के चलते उफान पर आ गई, जिससे सैहला गांव में भारी नुकसान हुआ। तेज बहाव के कारण गांव की सड़कें और खेत पानी से भर गए। स्थानीय निवासी भीम सिंह और देव राणा ने बताया कि शनिवार और रविवार को नकटी नदी के तेज बहाव ने गांव की फसल को बर्बाद कर दिया है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
मारकंडा नदी का पानी जफरपुर गांव और हेमा माजरा गांव तक भी पहुंच गया है, जिससे वहां के खेतों में भी पानी भर गया है। किसानों को फसल बर्बादी के चलते काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है।