Haryana News: हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री की मुश्किलें बढ़ी, आरोप लगाने वाली महिला कांग्रेस में शामिल; चुनाव भी लड़ेगी
हरियाणा चुनाव 2024: पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह की बढ़ीं मुश्किलें, यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला कोच कांग्रेस में शामिल
Assembly Elections 2024, पिहोवा विधानसभा, चंडीगढ़: हरियाणा में आगामी विधानसभा चुनावों की सरगर्मियों के बीच पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिला जूनियर कोच मंगलवार को कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गई हैं। कांग्रेस की महिला प्रदेश अध्यक्ष सुधा भारद्वाज ने जॉइनिंग के तुरंत बाद महिला कोच को महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव नियुक्त किया।
महिला कोच की राजनीतिक एंट्री
महिला कोच ने पिहोवा विधानसभा सीट से कांग्रेस से टिकट की मांग की है। यह वही सीट है जहां से संदीप सिंह पहले चुनाव लड़ चुके हैं। अगर भाजपा ने संदीप सिंह का टिकट नहीं काटा और कांग्रेस ने महिला कोच को उम्मीदवार बनाया तो पिहोवा में दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा।
दल | उम्मीदवार |
---|---|
भाजपा | संदीप सिंह |
कांग्रेस | महिला कोच (अनुरोधित) |
यौन उत्पीड़न का मामला
महिला कोच ने संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिससे संदीप सिंह की छवि को काफी नुकसान पहुंचा है। अब महिला कोच के कांग्रेस में शामिल होने और पिहोवा सीट से टिकट की मांग करने से यह मामला चुनावी मुद्दा भी बन सकता है।
महिला कोच की नियुक्ति कांग्रेस पार्टी में शामिल होते ही महिला प्रदेश अध्यक्ष सुधा भारद्वाज ने महिला कोच को महिला कांग्रेस की प्रदेश सचिव नियुक्त कर दिया है। इस नियुक्ति से महिला कोच को राजनीतिक मजबूती मिली है और उनके पिहोवा विधानसभा सीट से टिकट की संभावना बढ़ गई है।
पिहोवा सीट पर मुकाबला
अगर महिला कोच को कांग्रेस से टिकट मिलता है, तो पिहोवा विधानसभा सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प हो जाएगा। यह सीट भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला देख सकती है।
राजनीतिक समीकरण
इस पूरे मामले ने हरियाणा की राजनीति में नए समीकरण पैदा कर दिए हैं। भाजपा के लिए यह मामला चुनौतीपूर्ण हो सकता है, खासकर तब जब संदीप सिंह के खिलाफ आरोप लगाने वाली महिला कोच कांग्रेस से चुनाव लड़ेंगी।
राजनीतिक विश्लेषण विशेषज्ञों का मानना है कि महिला कोच के कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को महिला वोटरों का समर्थन मिल सकता है। वहीं, भाजपा के लिए यह मामला परेशानी का सबब बन सकता है, क्योंकि यौन उत्पीड़न के आरोपों की वजह से संदीप सिंह की छवि प्रभावित हुई है।