Delhi NCR News: दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है, और हालात चिंताजनक बन गए हैं। राजधानी में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार पहुंच चुका है, जो गंभीर स्थिति को दर्शाता है। ऐसे में, दिल्ली सरकार ने तत्काल कदम उठाते हुए ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तीसरे चरण को लागू करने का ऐलान किया है, जिसके तहत 15 नवंबर से कई तरह की पाबंदियां और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
दिल्ली मेट्रो ने बढ़ाई सेवाएं, 60 अतिरिक्त ट्रिप्स होंगी शुरू
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने भी बढ़ते प्रदूषण के चलते बड़ा कदम उठाया है। DMRC ने अपने एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर घोषणा की है कि GRAP-III के लागू होने के तहत सुबह 8:00 बजे से कार्यदिवसों पर 20 अतिरिक्त ट्रिप्स शुरू की जाएंगी। GRAP-II के तहत पहले ही 40 अतिरिक्त ट्रिप्स चलाई जा रही थीं, ऐसे में GRAP-III लागू रहने तक दिल्ली मेट्रो कुल 60 अतिरिक्त ट्रिप्स करेगी।
GRAP चरण | अतिरिक्त ट्रिप्स की संख्या |
---|---|
GRAP-II | 40 |
GRAP-III | 60 |
दिल्ली मेट्रो का यह कदम मुख्य रूप से सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने और लोगों को निजी वाहनों का उपयोग कम करने की दिशा में है। बढ़ते प्रदूषण से स्वास्थ्य को बचाने के लिए दिल्लीवासियों से मेट्रो का अधिक से अधिक उपयोग करने का आग्रह किया गया है।
In view of the implementation of GRAP-III from 8:00 AM tomorrow, 20 extra trips (in addition to 40 already in place since GRAP-II was implemented) will be inducted into services on weekdays starting tomorrow. Thus, 60 extra trips will be preformed by Delhi Metro on weekdays till…
— Delhi Metro Rail Corporation (@OfficialDMRC) November 14, 2024
गंभीर स्थिति में पहुंचा दिल्ली का AQI
दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में AQI 400 से भी अधिक हो चुका है, जो कि बेहद गंभीर स्तर है। गुरुवार सुबह दिल्ली में घना कोहरा भी देखा गया, जो बढ़ते प्रदूषण का संकेत है। एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने इस संकट से निपटने के लिए एक हाई लेवल मीटिंग आयोजित की थी, जिसमें सभी संबंधित विभागों ने भाग लिया। इस बैठक के बाद ही GRAP-3 को लागू करने का फैसला लिया गया है।
GRAP-3 के तहत लागू पाबंदियां और नए नियम
GRAP-3 के तहत दिल्ली में कई पाबंदियां लगाई गई हैं, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध: गैर जरूरी निर्माण और खनन कार्यों पर रोक लगा दी गई है।
- धूल नियंत्रण: धूल को रोकने के लिए सड़क पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है।
- जन वाहनों का प्रोत्साहन: निजी वाहन का प्रयोग कम करने के लिए मेट्रो और बसों की अतिरिक्त ट्रिप्स को शामिल किया गया है।
- वाहनों पर पाबंदी: बिना प्रदूषण प्रमाण पत्र वाले वाहनों के चलने पर सख्त पाबंदी लागू की गई है।
- कारखानों पर प्रतिबंध: अत्यधिक प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों को बंद करने का निर्देश जारी किया गया है।
पिछले साल भी लिया गया था ऐसा फैसला
यह पहला मौका नहीं है जब दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते कड़े कदम उठाए गए हों। पिछले साल नवंबर में भी, जब प्रदूषण का स्तर उच्चतम स्तर पर पहुंचा था, दिल्ली मेट्रो ने अतिरिक्त ट्रिप्स चलाने का ऐलान किया था। इसके अलावा, कई निर्माण कार्यों पर रोक लगाई गई थी और लोगों को मास्क पहनने की सलाह दी गई थी।
विशेषज्ञों की राय: स्वास्थ्य पर हो सकता है गंभीर असर
विभिन्न विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण से सांस की बीमारियों, अस्थमा, और फेफड़ों में इन्फेक्शन जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। बच्चों, बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को विशेष रूप से इस स्थिति में बाहर जाने से बचने की सलाह दी गई है। डॉक्टरों का कहना है कि AQI 400 से अधिक होने पर हवा में जहरीले तत्व बढ़ जाते हैं, जिससे स्वास्थ्य को गंभीर खतरा हो सकता है।
क्या करें दिल्लीवासी?
दिल्ली एनसीआर के लोगों को स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए जा रहे हैं:
- मास्क का उपयोग: घर से बाहर निकलते समय N95 मास्क का उपयोग करें।
- पौधों का रखरखाव: घर में ज्यादा से ज्यादा हवा को शुद्ध करने वाले पौधे लगाएं।
- शुद्धिकरण उपकरण: घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
- सुबह की सैर से बचें: सुबह के समय प्रदूषण का स्तर अधिक होता है, ऐसे में सुबह की सैर से बचें।
दिल्ली NCR News Live से जुड़े अहम अपडेट
दिल्ली एनसीआर के लिए यह समय विशेष चुनौतीपूर्ण है। प्रदूषण पर काबू पाने के लिए दिल्ली सरकार और केंद्रीय एजेंसियां लगातार प्रयासरत हैं। DMRC का कदम भी इसी दिशा में है, ताकि लोग मेट्रो का अधिक से अधिक उपयोग कर सकें और निजी वाहनों से होने वाले प्रदूषण में कमी आए।
पैरामीटर | स्थिति |
---|---|
AQI | 400+ (गंभीर स्थिति) |
GRAP स्टेज | III |
अतिरिक्त मेट्रो ट्रिप्स | 60 |
दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के चलते सरकार ने कठोर कदम उठाए हैं। अब देखना यह है कि ये प्रयास कितना असरदार साबित होते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे कदम उठाने से जनता को थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन प्रदूषण से पूरी तरह से निजात पाने के लिए दीर्घकालिक योजनाओं की जरूरत है।