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मेहंदीपुर बालाजी मंदिर में हर रात को प्रेतराज सरकार लगाते है कचहरी; होता है दूध का दूध और पानी का पानी

Mehandipur Balaji Temple : राजस्थान का मेहंदीपुर बालाजी मंदिर अपनी चमत्कारी शक्तियों और बुरी आत्माओं से मुक्ति दिलाने की मान्यता के लिए प्रसिद्ध है। जानें इस प्राचीन मंदिर के इतिहास, विशेषताओं और यात्रा की जानकारी के बारे में विस्तार से।

Mehandipur Balaji Temple: भारत की धर्म निरपेक्षता और विविधता में एकता को दर्शाने वाले मंदिरों की लंबी सूची में राजस्थान का मेहंदीपुर बालाजी मंदिर एक खास स्थान रखता है। यह मंदिर अपनी चमत्कारी शक्तियों और प्रेत-भूत से मुक्ति दिलाने की मान्यता के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। आज हम आपको इस मंदिर के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे और बताएंगे कि क्यों यह जगह इतनी खास है।

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर का महत्व

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, जो दौसा जिले के मेहंदीपुर गांव में स्थित है, बजरंगबली हनुमान जी को समर्पित एक प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल है। यह मंदिर अपनी चमत्कारी शक्तियों के लिए प्रसिद्ध है, जहां लाखों भक्त हर साल अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आते हैं। यहां हनुमान जी के अलावा प्रेतराज सरकार और भैरव बाबा की पूजा भी की जाती है। यह मंदिर बुरी आत्माओं और परेशानियों से मुक्ति दिलाने की मान्यता रखता है।

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मंदिर की विशेषताएँ और मान्यताएँ

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर की मूर्ति स्वयंभू मानी जाती है, यानी यह मूर्ति अपने आप प्रकट हुई थी। मंदिर में पूजा जाने वाली मूर्ति की दिव्य शक्ति के बारे में विश्वास है कि यह बुरी आत्माओं को दूर कर सकती है। यहां के भक्त बूंदी के लड्डू और उड़द की दाल व चावल चढ़ाते हैं, जो कि बुरी आत्माओं से मुक्ति पाने में मददगार माने जाते हैं।

मंदिर का इतिहास

मंदिर का इतिहास लगभग 1000 साल पुराना है। मान्यता है कि अरावली की पहाड़ियों के बीच स्थित इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति अपने आप प्रकट हुई थी। दंतकथा के अनुसार, महंत जी के सपने में हनुमान जी और प्रेतराज सरकार आए और उन्हें पूजा करने के लिए कहा। इसके बाद महंत जी ने यहां पूजा शुरू की और एक भव्य मंदिर का निर्माण कराया।

विशेष अवसर और भीड़

शनिवार और मंगलवार को मंदिर में विशेष पूजा होती है, और इन दिनों भक्तों की संख्या काफी अधिक रहती है। मंदिर में घुसते ही आपको यहाँ की विशेषता और भव्यता का अनुभव होगा। हालांकि, यहां आने पर भक्तों को भीड़ का सामना करना पड़ सकता है और आप यहां की कुछ अनोखी आवाजों को सुन सकते हैं, जो कि धार्मिक अनुष्ठानों का हिस्सा मानी जाती हैं।

यात्रा की जानकारी

मेहंदीपुर बालाजी मंदिर, जयपुर से लगभग 99 किलोमीटर दूर स्थित है। यहाँ पहुंचने के लिए आप सड़क, हवाई और रेल मार्ग से यात्रा कर सकते हैं। सबसे निकटतम हवाई अड्डा जयपुर हवाई अड्डा है, जो 110 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। दौसा रेलवे स्टेशन और दौसा बस स्टैंड भी यहाँ से काफी नजदीक हैं।

AMIT KUMAR

नमस्कार! तेजी से बढ़ते और बदलते डिजिटल युग में उमंग हरियाणा पर कंटेंट राइटर का काम कर रहा हूँ। ताज़ा हिंदी ख़बरों और ट्रेंडिंग न्यूज़ से आपको अपडेट रखना मेरा काम है।

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