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इंटरनेट पर एडल्ट कंटेंट देखने के खतरों से रहें सावधान! जानें कैसे होती है आपकी निगरानी

इंटरनेट पर एडल्ट कंटेंट देखना न केवल आपके डिवाइस को मैलवेयर के खतरे में डाल सकता है, बल्कि आपकी निजी जानकारी को भी जोखिम में डालता है। जानें कैसे होता है ट्रैकिंग और इससे बचने के उपाय।

Internet safety, adult content risks: इंटरनेट आज के दौर में जानकारी और मनोरंजन का सबसे बड़ा स्रोत है। हालांकि, इसके साथ ही इस पर कई प्रकार का कंटेंट भी उपलब्ध है, जिनमें से एक है एडल्ट कंटेंट। हमारे देश में एडल्ट कंटेंट बैन है, लेकिन फिर भी कुछ लोग चोरी-छिपे इसे इंटरनेट पर देखते हैं। इस तरह का कंटेंट न केवल आपकी मानसिकता पर असर डालता है, बल्कि आपके डिवाइस की सुरक्षा को भी खतरे में डाल सकता है।

मोबाइल ऐप्स की नजर में रहते हैं आप

जब भी आप अपने मोबाइल पर एडल्ट कंटेंट देखते हैं, तो यह जानकारी सबसे पहले आपके मोबाइल सर्विस ऑपरेटर के पास पहुंच जाती है। इसके साथ ही, आपके फोन में मौजूद ऐप्स भी इस बात की पूरी जानकारी रखते हैं। दरअसल, ये ऐप्स किसी खुफिया एजेंसी की तरह आपकी ब्राउजिंग हिस्ट्री पर नजर रखते हैं, और इसे ट्रैक करते हैं। इससे आपकी ऑनलाइन गतिविधियों को आसानी से मॉनिटर किया जा सकता है।

एडल्ट कंटेंट देखने के दौरान मोबाइल ऐप्स द्वारा की जाने वाली निगरानी

निगरानी प्रकारविवरण
ब्राउजिंग हिस्ट्री ट्रैकिंगमोबाइल ऐप्स आपकी पूरी ब्राउजिंग हिस्ट्री को ट्रैक करते हैं।
डेटा उपयोग की निगरानीमोबाइल सर्विस ऑपरेटर आपकी इंटरनेट गतिविधियों को मॉनिटर करते हैं।
विज्ञापन आधारित ट्रैकिंगआपके ब्राउजिंग पैटर्न के आधार पर विज्ञापन दिखाए जाते हैं।

सोशल मीडिया प्रोफाइल की ट्रैकिंग

रिपोर्ट के अनुसार, आपकी ब्राउजिंग पैटर्न के हिसाब से आपकी ट्रैकिंग होती है। इसके साथ ही, आपकी सोशल मीडिया प्रोफाइल को भी खंगाला जाता है, ताकि यह तय किया जा सके कि आपको कौन-सा विज्ञापन दिखाया जाए। अगर कोई व्यक्ति नियमित रूप से एडल्ट कंटेंट देखता है, तो उसे इससे जुड़े विज्ञापन ही दिखाए जाते हैं। इसके अलावा, जो लोग पेड सर्विस का इस्तेमाल करते हैं, वे सबसे पहले निशाने पर होते हैं।

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मैलवेयर का खतरा

एडल्ट कंटेंट देखने के दौरान एक और बड़ा खतरा है मैलवेयर का। अगर आप किसी संदिग्ध वेबसाइट से कंटेंट डाउनलोड कर रहे हैं, तो आपके डिवाइस में मैलवेयर या वायरस डालने का खतरा होता है। यह मैलवेयर आपकी निजी जानकारी को चुराने के साथ-साथ आपको ब्लैकमेल करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।

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उदाहरण:

वर्ष 2018 में Kaspersky Lab की एक रिपोर्ट के अनुसार, करीब 12 लाख एंड्रॉयड यूजर्स एडल्ट कंटेंट देखने के कारण मैलवेयर से प्रभावित हुए थे। ऐसे मामलों में उपयोगकर्ताओं की निजी फोटो और डेटा को सार्वजनिक करने की धमकी देकर उन्हें ब्लैकमेल किया गया।

कैसे बचें इन खतरों से?

  1. सुरक्षित ब्राउजिंग: एडल्ट कंटेंट से दूर रहें और अगर इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं तो सुरक्षित और विश्वसनीय वेबसाइटों पर ही जाएं।
  2. एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें: हमेशा अपने डिवाइस में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल करें ताकि मैलवेयर और वायरस से बचा जा सके।
  3. प्राइवेट मोड: प्राइवेट मोड में भी ब्राउजिंग करते समय यह ध्यान रखें कि आपकी गतिविधियों को ट्रैक किया जा सकता है, इसलिए इससे बचें।
  4. सोशल मीडिया प्राइवेसी: अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल की सेटिंग्स को प्राइवेट रखें और अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें।

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