गुरमीत राम रहीम की फरलो खत्म, आज पुलिस की निगरानी में रोहतक जेल वापसी
Gurmeet Ram Rahim: साध्वी दुष्कर्म मामले में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम की 21 दिनों की फरलो खत्म हो चुकी है। जानिए कैसे रोहतक पुलिस उसे बरनावा आश्रम से वापस सुनारिया जेल लेकर आएगी।
Gurmeet Ram Rahim: हरियाणा के रोहतक में स्थित सुनारिया जेल में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की 21 दिनों की फरलो खत्म हो गई है। वह 13 अगस्त को सरकार द्वारा दी गई फरलो पर जेल से बाहर आया था, और इस दौरान उसने यूपी के बागपत स्थित बरनावा आश्रम में समय बिताया। अब फरलो की अवधि पूरी हो चुकी है, और आज रोहतक पुलिस उसे वापस जेल लेकर आएगी।
क्या है पूरा मामला?
गुरमीत राम रहीम को साध्वी दुष्कर्म मामले में साल 2017 में सजा सुनाई गई थी। इस सजा के तहत वह रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है। 13 अगस्त को हरियाणा सरकार ने उसे 21 दिनों की फरलो पर भेजा, जिसे उसने बरनावा आश्रम में बिताया। फरलो समाप्त होते ही, डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस की एक टीम उसे वापस सुनारिया जेल लेकर जाएगी।
बरनावा आश्रम से वापसी
गुरमीत राम रहीम को 21 दिनों की फरलो के लिए 13 अगस्त को जेल से रिहा किया गया था। इस अवधि के दौरान वह उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में स्थित बरनावा आश्रम में रहा। पुलिस की निगरानी में आज उसे वापस रोहतक लाया जाएगा। फरलो के दौरान वह अपने अनुयायियों से भी मुलाकात करता रहा, जिससे यह मुद्दा एक बार फिर चर्चा में आ गया।
पिछले पैरोल और फरलो की घटनाएं
गुरमीत राम रहीम इससे पहले भी कई बार पैरोल और फरलो पर जेल से बाहर आ चुका है। हाल ही में, 19 जनवरी को उसे 50 दिनों की पैरोल दी गई थी, जिसमें उसने बरनावा आश्रम में समय बिताया। इस दौरान उसने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर एक गाना भी लॉन्च किया था। यह पैरोल अवधि 10 मार्च को समाप्त हुई थी, और वह वापस सुनारिया जेल लौट आया था।
पिछले पैरोल और फरलो की अवधि
तारीख | फरलो/पैरोल अवधि | स्थान |
---|---|---|
17 जून 2022 | 30 दिन | बरनावा आश्रम |
15 अक्टूबर 2022 | 40 दिन | बरनावा आश्रम |
21 जनवरी 2023 | 40 दिन | बरनावा आश्रम |
20 जुलाई 2023 | 30 दिन | बरनावा आश्रम |
21 नवम्बर 2023 | 21 दिन | बरनावा आश्रम |
13 अगस्त 2024 | 21 दिन | बरनावा आश्रम |
गुरमीत राम रहीम के बार-बार पैरोल और फरलो पर बाहर आने को लेकर विवाद भी हुआ है, और यह मामला हाईकोर्ट तक भी पहुंच चुका है। इसके बावजूद, उसे समय-समय पर पैरोल और फरलो मिलती रही है।
विवाद और हाईकोर्ट का मामला
गुरमीत राम रहीम के बार-बार जेल से बाहर आने पर विवाद और आलोचना होती रही है। इसे लेकर विभिन्न याचिकाएं भी दायर की गई हैं। कई लोगों का मानना है कि इस तरह की रिहाई कानून व्यवस्था पर असर डाल सकती है और न्याय प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर सकती है। हालांकि, हर बार कानूनी प्रक्रियाओं के तहत ही उसे रिहा किया गया है।